रिश्ते रोते हैं, जब हम इसे ढोते हैं…

सीओ ने किया रिश्तों का काव्य पाठफोटो-11 बैकुंठपुर. रिश्ते रोते हैं, जब हम इसे ढोते हैं…, रिश्ते मरते हैं, जब हम डरते हैं. रिश्ते तब हंसते हैं, जब रोम-राम में बसते हैं. अंचलाधिकारी इंद्रभूषण श्रीवास्तव द्वारा स्वरचित काव्य पाठ पर खूब तालियां बजीं. मौका थाने के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित स्वर्ण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2015 5:02 PM

सीओ ने किया रिश्तों का काव्य पाठफोटो-11 बैकुंठपुर. रिश्ते रोते हैं, जब हम इसे ढोते हैं…, रिश्ते मरते हैं, जब हम डरते हैं. रिश्ते तब हंसते हैं, जब रोम-राम में बसते हैं. अंचलाधिकारी इंद्रभूषण श्रीवास्तव द्वारा स्वरचित काव्य पाठ पर खूब तालियां बजीं. मौका थाने के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित स्वर्ण जयंती शताब्दी समारोह का. इस अवसर पर मंगलवार की रात सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुई. मौके पर पहुंचे विशिष्ट अतिथि एसडीओ मो रेयाज खां, मुख्य अतिथि एएसपी अनिल कुमार सिंह, इंस्पेक्टर जयप्रकाश पंडित, कृष्ण कुमार मांझी, थानाध्यक्ष नौशाद आलम, मुकेश कुमार, प्रवीण कुमार, बाबर अली, अशोक सिंह, वीरेंद्र प्रसाद, शंकर महतो, अजय सिंह सहित कई गण्यमान्य लोगों ने समारोह को संबोधित किया. उद्घाटन एसडीओ, एसपी, इंस्पेक्टर व सीओ ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. आयोजन में रामेश्वर संगीत महाविद्यालय की छात्राओं ने निर्गुण, पूर्वी, चैता,भजन व देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति की. वहीं, अन्य लोगों ने भी कविता, गीत आदि सुनाये. जबकि सेंट्रल पब्लिक स्कूल के बच्चों ने पुलिस व गुण -अवगुण पर डिबेट किये. प्रतिभागियों में पूनम, भूमि पराशर, अनुराधा, शालू, नूतन, दिनेश, संजीव, उज्ज्वल व संजीत के नाम शामिल हैं. मंच संचालन सुरेश सिंह ने किया. मौके पर नौशाद अली, मुन्ना प्रसाद, उपेंद्र प्रसाद, व अशोक सिंह की भूमिका सराहनीय रही.

Next Article

Exit mobile version