संगीत जीवन स्तर को देती है नयी ऊंचाई : अनूप जलोटा

फिल्मों में आयी अश्लीलता समाज के लिए घातकभजन जीवन के अंधकार मिटाने में सहयोगीनये गाने युवा पीढि़यों को बना रहा संस्कारहीनफोटो-9संवाददाता. गोपालगंजसंगीत जीवन स्तर को नयी ऊंचाई देती है. हनी सिंह जैसे लोगों के गीत भी सुने जाते हैं, अनूप जलोटा के भजन भी सुने जाते हैं. भजन जीवन के अंधकार को मिटाता है. ऐसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2015 6:03 PM

फिल्मों में आयी अश्लीलता समाज के लिए घातकभजन जीवन के अंधकार मिटाने में सहयोगीनये गाने युवा पीढि़यों को बना रहा संस्कारहीनफोटो-9संवाददाता. गोपालगंजसंगीत जीवन स्तर को नयी ऊंचाई देती है. हनी सिंह जैसे लोगों के गीत भी सुने जाते हैं, अनूप जलोटा के भजन भी सुने जाते हैं. भजन जीवन के अंधकार को मिटाता है. ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन के अलावा बेबी डाल भी मनोरंजन है. भजन आपके साथ जीवन भर चलता है, सुबह-शाम पूजा-पाठ से लेकर नवरात्रि और अष्टमी तक सुनते हैं. ये बातें भजन सम्राट तथा नैनीताल निवासी अनूप जलोटा ने कहीं. अनूप जलोटा संगीत में आयी अश्लीलता से काफी व्यथित हैं. उन्होंने कहा कि ईश्वर ने मुझे जब ख्याति दी है, तो हमें समाज में बेहतर करना चाहिए. हनी सिंह जैसे गायक समाज को खराब करने का काम कर रहे हैं. हमारी आनेवाली पीढि़यां संस्कार से दूर होती जा रही हैं. अनूप जलोटा ने कहा कि आज समाज को सुधारने के लिए शास्त्रीय संगीत की जरूरत है. अपनी संस्कृति, सभ्यता और आस्था को ध्यान में रख कर कलाकारों की रचना प्रस्तुत करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं 40 वर्षों से बिहार में भजन का कार्यक्रम करता आया हूं. एक ही उद्देश्य है कि मनुष्य अपने जीवन की सच्चाई को समझे. मौके पर उनके सचिव भरत ओझा मौजूद थे.

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