इसलामिक लाइब्रेरी में हुई शान-ए-रसूल कॉन्फ्रेंस
फोटो नं- 18संवाददाता. गोपालगंजमौलाना अबुल कलाम आजाद इसलामिक लाइब्रेरी में शान-ए-रसूल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसकी डॉ हसनैन ने कॉन्फ्रंेस की शुरुआत की. वहीं, अखलाक मेराज व शेख मो अली मदनी ने मोहम्मद वस्सल की जिंदगी में नमाज पर प्रकाश डाला. उसके बाद प्रोफेसर शाहिद एकबाल सनाबली के द्वारा मोहम्मद मदनी ने मोहम्मद सल […]
फोटो नं- 18संवाददाता. गोपालगंजमौलाना अबुल कलाम आजाद इसलामिक लाइब्रेरी में शान-ए-रसूल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसकी डॉ हसनैन ने कॉन्फ्रंेस की शुरुआत की. वहीं, अखलाक मेराज व शेख मो अली मदनी ने मोहम्मद वस्सल की जिंदगी में नमाज पर प्रकाश डाला. उसके बाद प्रोफेसर शाहिद एकबाल सनाबली के द्वारा मोहम्मद मदनी ने मोहम्मद सल वस्सल के जीवन पर लिखी किताब सिरात-ए-नबवी का लोकार्पण किया गया. दिल्ली से आये शेख मोहम्मद रहमानी सनरबली मदनी ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि इनसानियत के लिए मोहम्मद साहब आदर्श हैं. प्रोफेसर साहिब इकबाल सनाबली ने इंतबा-ए-रसूल पर प्रकाश डाला. इस अवसर पर जलसा कमेटी के अध्यक्ष मोइनुद्दीन अहमद, सचिव मेराजुद्दीन साहब सोसाइटी के सचिव सफी अहमद सहित राजू भाई, मोहम्मद इम्तेयाज, मो इकबाल रहमान के साथ-साथ बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थे. मंच का संचालन जावेद अहमद तैम्मी ने किया. कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता शेख मुसलिम अख्तर उमरी ने की. इसकी जानकारी सोसाइटी के उपाध्यक्ष अरसद जूनैद ने दी.