अफवाहों का बाजार रहा गरम

भोरे . मौत को करीब से देखनेवालों की जेहन में मौत का भय इस कहर हावी हो गया कि लोगों ने पूरी रात आंखों-आंखों में बाहर ही गुजार दी. भूकंप का भय ऐसा था कि लोग हर अफवाहों पर गौर कर रहे थे. कई जगहों पर महिलाएं टोटम भी आजमाने में जुटी थीं. इसी बीच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2015 5:03 PM

भोरे . मौत को करीब से देखनेवालों की जेहन में मौत का भय इस कहर हावी हो गया कि लोगों ने पूरी रात आंखों-आंखों में बाहर ही गुजार दी. भूकंप का भय ऐसा था कि लोग हर अफवाहों पर गौर कर रहे थे. कई जगहों पर महिलाएं टोटम भी आजमाने में जुटी थीं. इसी बीच रात के लगभग नौ बजे बिहार सरकार द्वारा लोगों के मोबाइल पर आपदा से संबंधित एसएमएस आने लगे, जिसे लोगों ने रात में आने वाले भूकंप की पूर्व सूचना मान ली. बता दंे कि दोपहर के 12.41 मिनट पर आये भूकंप ने लोगों की जेहन एक ऐसा डार बैठा दिया, जिससे लोग काफी परेशान हो गये. शाम होते होते सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैल गयी है. आसमान में निकला चांद उल्टा है, जिसे अधिकतर लोगों ने सच मान लिया और भयभीत हो गये. पुन: अचानक यह खबर फैल गयी कि रात के 12 बजे के चापाकल से निकलनेवाला पानी जहरीला हो जायेगा. इस अफवाह के बाद ग्रामीणों द्वारा घरों के बरतन में पानी का भंडारण भी कर लिया गया. पूरी रात लोगों के घरों के आगे एक बाल्टी में पानी और उसमें पीला सिंदूर लगाया गया था.

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