आंधी-पानी से आम के टिकोले गिरे

50 फीसदी टिकोले गिरे, बाकी हो चुके हैं चोटिल इस बाद आम खाने को तरसेंगे लोग बागबानी वाले किसानों को लाखों का नुकसान फोटो नं-6संवाददाता, गोपालगंज पहले गेहूं, दलहन, तेलहन आदि की फसल बरबाद करने के बाद भी प्रकृति का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब फलों के राजा आम पर आफत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 29, 2015 7:04 PM

50 फीसदी टिकोले गिरे, बाकी हो चुके हैं चोटिल इस बाद आम खाने को तरसेंगे लोग बागबानी वाले किसानों को लाखों का नुकसान फोटो नं-6संवाददाता, गोपालगंज पहले गेहूं, दलहन, तेलहन आदि की फसल बरबाद करने के बाद भी प्रकृति का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब फलों के राजा आम पर आफत बढ़ गयी है. मंगलवार को बारिश के साथ आयी तेज आंधी ने आम को जहां भारी नुकसान पहुंचाया है, वहीं बगीचेवालों की कमर तोड़ दी है. आंधी से आम के टिकोले गिर गये हैं, जिससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. गौरतलब है कि जिले में मार्च में हुई बारिश ने गेहूं की फसल को बरबाद कर दी. करीब 60 फीसदी से अधिक नुकसान हुआ. अब उम्मीदें थी कि आम से वे अपनी क्षति को पूरा कर लेंगे. लेकिन आंधी-बारिश ने रही-सही कसर पूरी कर दी. करीब 50 फीसदी आम के टिकोले तो गिर गये, जो अब पेड़ों पर दिख रहे हैं, वे भी चोटिल हो चुके हैं. जिले की एक लाख आबादी जहां आम की आवश्यकता अपने पेड़ों से पूरी कर लेता है, वहीं पांच हजार की आबादी बागबानी से अपनी जीविका चलाती है. किसान प्रकृति की मार सहने को विवश हैं, फिर भी कृषि विभाग उनके नुकसान से अब भी अनभिज्ञ हैं.

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