बिना क्लास किये देते हैं छात्र-छात्राएं परीक्षा
केआर कॉलेज . पांच विषयों के प्रोफेसर नहीं, कैसे होगी पढ़ाई इंटर, स्नातक व स्नातकोत्तर में नहीं चलते नियमित क्लास गोपालगंज : शहर का सबसे बड़ा कॉलेज कमला राय महाविद्यालय, जेपी विश्वविद्यालय का अंगीभूत कॉलेज है. यहां इंटर से लेकर स्नातक और स्नातकोत्तर के लिए छात्र सुदूर इलाके से नामांकन कराने आते हैं. मेरिट लिस्ट […]
केआर कॉलेज . पांच विषयों के प्रोफेसर नहीं, कैसे होगी पढ़ाई
इंटर, स्नातक व स्नातकोत्तर में नहीं चलते नियमित क्लास
गोपालगंज : शहर का सबसे बड़ा कॉलेज कमला राय महाविद्यालय, जेपी विश्वविद्यालय का अंगीभूत कॉलेज है. यहां इंटर से लेकर स्नातक और स्नातकोत्तर के लिए छात्र सुदूर इलाके से नामांकन कराने आते हैं. मेरिट लिस्ट अधिक होने पर ही छात्रों का नामांकन लिया जाता है. छात्र इस उद्देश्य से नामांकन कराते हैं कि उनकी पढ़ाई कॉलेज में क्लास चलने से बेहतर होगी. लेकिन, नामांकन कराने के बाद उन्हें अफसोस करना पड़ता है. कमला राय महाविद्यालय में पांच महत्वपूर्ण विषयों के प्रोफेसर नहीं हैं.
महीनों से प्रोफेसर का पद रिक्त है. इसके कारण इंटर, स्नातक और स्नातकोत्तर में छात्रों का क्लास नहीं होता. बगैर क्लास किये परीक्षा में यहां के छात्र पास कर रहे हैं. इतिहास विषय से स्नातक करने के लिए सबसे अधिक छात्र यहां नामांकन कराते हैं. लेकिन, इस विषय के प्रोफेसर नहीं हैं. और-तो-और उर्दू, जंतु विज्ञान, मनोविज्ञान और दर्शनशास्त्र के शिक्षक भी महाविद्यालय में नहीं हैं.
स्नातकोत्तर की बात करें, तो केवल दो विषयों के लिए नामांकन लिया जाता है. प्रोफेसर की कमी के कारण पीजी में गणित और राजनीतिक शास्त्र के छात्र ही नामांकन करा पाते हैं. ऐसे में इंटर और मैट्रिक का रिजल्ट भी आनेवाला है. छात्रों ने नामांकन कराने के लिए अपने पसंदीदा कॉलेज में पहुंच कर प्रोफेसर और विभाग के बारे में जानकारी लेना शुरू कर दिये है.
जेपीयू के अधिकांश कॉलेज में प्रोफेसर की कमी : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के अधिकतर कॉलेजों में प्रोफेसर की कमी है. महेंद्र महिला महाविद्यालय में कई विषयों के प्रोफेसर पिछले दो साल से नहीं है. बगैर क्लास कराये छात्राओं को परीक्षा देनी पड़ती है. हथुआ गोपेश्वर कॉलेज हो या भोरे के बीपीएस कॉलेज यहां छात्रों के अनुरूप कई विषयों के प्रोफेसर का पद रिक्त है.
इन विषयों के नहीं हैं प्रोफेसर : इतिहास, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, जंतु विज्ञान, उर्दू
क्या कहती हैं प्राचार्या
कॉलेज में प्रोफेसर की कमी है. कई विषयों में प्रोफेसर के पद रिक्त हैं. कम संसाधन और शिक्षकों की कमी के बावजूद छात्रों को हमेशा बेहतर शिक्षा देने का प्रयास रहता है.
डॉ मधु प्रभा