काठमांडू में छिपे अपराधियों के फिर से भारत आने का खतरा

गोपालगंज : नेपाल में आये भीषण भूकंप की त्रसदी के बाद नेपाल सीमा पर कई जगह शरणार्थी शिविर स्थापित किये गये हैं, जहां नेपाल से सकुशल लौटे लोगों की घरवापसी में मदद की जार रही है. इस काम में नेपाल सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) का समर्पण भाव देखने लायक है. लेकिन, सेवा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 3, 2015 9:08 AM
गोपालगंज : नेपाल में आये भीषण भूकंप की त्रसदी के बाद नेपाल सीमा पर कई जगह शरणार्थी शिविर स्थापित किये गये हैं, जहां नेपाल से सकुशल लौटे लोगों की घरवापसी में मदद की जार रही है.
इस काम में नेपाल सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) का समर्पण भाव देखने लायक है. लेकिन, सेवा सुश्रूसा के बीच इन जवानों को एक दूसरी चिंता भी है. वह है नेपाल में शरण लिये हुए भारत के कई शातिर अपराधियों के फिर से भारत में आने की. बिहार के करीब ढाई सौ शातिर अपराधियों के नेपाल में छिपे होने की सूचना है.
नेपाल त्रसदी के बीच इनके फिर से भारत आने की अंदेशा है. इधर, कई सालों से काठमांडो में छिपे बिहार के अपराधी विश्वास नेपाली के भारत आने की चर्चा में नेपाल सीमा पर अलर्ट जैसी स्थिति देखने को मिल रही है. बता दें कि नेपाल भारत के भगोड़े अपराधियों की शरणस्थली भी है. उनका प्रमुख ठिकाना काठमांडो ही रहा है. खुफिया सूत्रों के अनुसार बिहार, उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली के करीब डेढ़ हजार छोटे-बड़े हजारों अपराधी नेपाल में शरण लिये हुए हैं.

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