ऑनलाइन खरीदारी में भी हेराफेरी / नहीं लेना हे
आकर्षक विज्ञापन के चक्कर में फंसे ग्राहकपीडि़त के पास उपभोक्ता अदालत ही सहारासंवाददाता, गोपालगंजइन दिनों टीवी, इंटरनेट व समाचार पत्रों में ऑनलाइन खरीदारी की धूम है. इसमें बडे-बडे दावे किए जाते हैं, लेकिन कई में धोखा भी हो रहा है.कंपनियों के लुभानेवादों को देखकर उपभोक्ता तत्काल ऑनलाइन सामान खरीदने का आर्डर दे देता है. तीन […]
आकर्षक विज्ञापन के चक्कर में फंसे ग्राहकपीडि़त के पास उपभोक्ता अदालत ही सहारासंवाददाता, गोपालगंजइन दिनों टीवी, इंटरनेट व समाचार पत्रों में ऑनलाइन खरीदारी की धूम है. इसमें बडे-बडे दावे किए जाते हैं, लेकिन कई में धोखा भी हो रहा है.कंपनियों के लुभानेवादों को देखकर उपभोक्ता तत्काल ऑनलाइन सामान खरीदने का आर्डर दे देता है. तीन से पांच दिन के अंदर डाक या कोरियर से सामान घर पहुंच जाता ह.। अधिकांश उपभोक्ता मिली सामग्री को जांचने तक का प्रयास नहीं करते, जबकि उसमें कमी भी होती है.शहर में भी ऐसा मामला पकडा गया है. इंटेक्स मोबाइल कंपनी ने विज्ञापन व डिब्बे पर दावा किया था कि मोबाइल की क्षमता आठ जीबी की है, जबकि कंपनी ने उपभोक्ता को जो मोबाइल भेजा वह जांच करने पर 4.48 जीबी क्षमता का ही निकला. इसी तरह से सेन डिस्क कंपनी के पेन ड्राइव में घोषणा की गई थी कि उसकी क्षमता 16 जीबी है, जबकि वास्तविक में उसकी क्षमता 4.9 जीबी निकली.पीडि़त प्रमोद पाल ने बताया कि दोनों कंपनियों को घटतौली नियम के तहत मोबाइल बनाने वाली इंटेक्स टेक्नोलोजी (इंडिया) नई दिल्ली और पेन ड्राइव बनाने वाली सेन डिस्क कंपनी हैदराबाद को नोटिस जारी किया गया है. 15 दिन में जवाब भी मांगा है. अब उपभोक्ता अलादत ही सहारा बचा है.सच्चाई को ऐसे परखें॰ डाक व कोरियर से पैकेट को खुलवाकर ही लें॰ मोबाइल को ऑन कर लें और मैमोरी स्पेस की जांच करें॰ मैमोरी स्पेस में दी गयी जानकारी को डिब्बे व विज्ञापन में किए गए दावे से मिला लें॰ दावा सही नहीं होने से कोरियर व डाक को वापस कर दें.