इस मॉनसून में बारिश नहीं होने की आशंका

फोटो नं 2संवाददाता, गोपालगंज आठ-नौ दिनों से हवा का रु ख पुरवा है. इसके चलते भारी ऊमस है. कड़क-चमक के साथ बूंदाबांदी की भी अंदेशा बनती जा रही है. मौसम के इस मिजाज को देखते हुए इस बार उम्मीद से कम बारिश हो सकती है. मौसम वैज्ञानिक का भी मानना है कि अबकी मॉनसून में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2015 3:03 PM

फोटो नं 2संवाददाता, गोपालगंज आठ-नौ दिनों से हवा का रु ख पुरवा है. इसके चलते भारी ऊमस है. कड़क-चमक के साथ बूंदाबांदी की भी अंदेशा बनती जा रही है. मौसम के इस मिजाज को देखते हुए इस बार उम्मीद से कम बारिश हो सकती है. मौसम वैज्ञानिक का भी मानना है कि अबकी मॉनसून में पर्याप्त बारिश नहीं होगी. पुरवइया के कारण मौसम का यह मिजाज तपिश बनने नहीं दे रहा है. रविवार की रात 11.30 बजे चमक के साथ आयी आंधी बादल के साथ लौट गयी. फिर पुरवइया 18 किमी की रफ्तार से बहने लगी. सोमवार की दोपहर में आसमान में धुंधला छाया रहा. ऊमस ने लोगों को बेतरह परेशान किया. पूरे दिन लोग पसीने-पसीने होते रहे.आंशिक बदली, छिटपुट बारिश के आसारमौसम वैज्ञानिक प्रो एसएन पांडेय कहते हैं कि वातावरण में नमी बढ़ रही है. स्थानीय स्तर पर तपिश भी हो रही है. इन दोनों के मेल से मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है. कड़क-चमक के साथ आंधी और छिटपुट बूंदाबांदी भी हो सकती है. 13 मई तक आंशिक बदली के साथ छिटपुट बारिश के आसार हैं. ऐसा हुआ तो अगले कुछ दिनों तक बादल आते-जाते रहेंगे.स्कूल से लौटने में झुलस रहे बच्चेदोपहर के एक बजे के बाद बच्चों की छुट्टी स्कूलों के द्वारा की जा रही है. दोपहर की ऊमस भरी गरमी में झुलसते हुए छात्र घर पहुंच रहे हैं. उनका चेहरा तमतमाया देखा जा रहा है. उधर, 24 घंटे में अधिकतम तापमान 1.0 डिग्री बढ़ कर 39.7 से 40.7 डिग्री सेल्सियस, तो न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री बढ़ कर 28.4 से 29.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. अधिकतम आर्द्रता का स्तर 77 से 68, तो न्यूनतम स्तर 41 से 35 फीसदी पर पहुंच गया.

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