भूकंप से बहुमंजिली जर्जर इमारतों को खतरा

गोपालगंज : गनीमत रही कि भूकंप के झटकों की तीव्रता शहर में कम समय के लिए थी. यदि तीव्रता कुछ अधिक होती, थोड़ी देर के लिए होती या केंद्र पास होता, तो शहर के अधिकतर बहुमंजिले भवनों और जर्जर इमारतों के लिए बड़ा खतरा पैदा हो सकता था. सिविल इंजीनियरों की मानें, तो ऐसी इमारतों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2015 10:35 PM
गोपालगंज : गनीमत रही कि भूकंप के झटकों की तीव्रता शहर में कम समय के लिए थी. यदि तीव्रता कुछ अधिक होती, थोड़ी देर के लिए होती या केंद्र पास होता, तो शहर के अधिकतर बहुमंजिले भवनों और जर्जर इमारतों के लिए बड़ा खतरा पैदा हो सकता था. सिविल इंजीनियरों की मानें, तो ऐसी इमारतों की शहर में भरमार है, जो भूकंप के तेज झटके सहन नहीं कर सकती है.
सिविल इंजीनियर मिथिलेश तिवारी ने बताया कि भूकंप से बचाव की तैयारी को लेकर कई बार जर्जर और खतरनाक बहुमंजिले भवनों के बारे में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श हो चुका है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है, जबकि कई ऐसी तकनीक हैं, जिनके इस्तेमाल से इमारतों में आंशिक बदलाव करके उन्हें सुरक्षित किया जा सकता है.
पुलिस लाइन में भवन असुरक्षित :
वर्ष 1962 में गंडक विभाग के द्वारा बनाये गये भवन में 1973 में गोपालगंज जिला बनने के साथ ही पुलिस के जवानों के ठहरने के लिए गंडक के इस भवन को उधार में लिया गया. भवन जो अब रखरखाव के अभाव में जजर्र हो चुका है.
इसमें रहनेवाले जवानों की जान हर पल जोखिम में है. एक अनुमान के मुताबिक शहर में 458 इमारतें भूकंप के तेज झटके सहने की क्षमता पर खरी नहीं हैं. बहुमंजिली इमारतों में न तो नक्शा और न ही संरचना भूकंपरोधी है.
भूकंप के भय से दहशत में लोग : बैकुंठपुर. भूकंप के भय से अब अभी दहशत में लोग हैं. बच्च- बच्च भूकंप की चर्चा कर सावधानी बरतने लगा है.
स्कूलों में छुट्टी कर दी गयी है. मंगलवार की रात भूकंप के दहशत के कारण लोगों ने अपने घरों को छोड़ कर खुले मैदान में रतजगा कर काटी है. वहीं, दर्जनों घरों में दरारें आ जाने व ध्वस्त होने की बातें बतायी जा रही हैं. हकाम स्थित कस्तूरबा गांधी पब्लिक विद्यालय के छात्रवास भवन की छत में दरार आ गयी है.
भूकंप के झटके से झुका मोबाइल टावर : गोपालगंज. भूकंप का झटके से बीएसएनएल का मोबाइल टावर झुक गया है. टावर कभी भी गिर सकता है.
टावर गिरने की आशंका को लेकर वकालतखाने में बैठनेवाले अधिवक्ताओं में भी खौफ देखा जा रहा ह. टावर के झुकने से नगर थाने को भी कम खतरा नहीं है. बीएसएनएल के परिसर में 2005 में स्थापित मोबाइल टावर के झुकने से आसपास के लोग भयभीत हैं. बीएसएनएल के मंडल अभियंता सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि टावर झुकने की जानकारी विभाग को नहीं है. अगर ऐसा हुआ है, तो तत्काल दुरुस्त कराया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version