रोज दो हजार किलो चाऊमीन की खपत
गोपालगंज : गरमी की छुट्टियां शुरू होते ही बच्चों में मैगी और चाऊमीन की खपत बढ़ गयी है. हाल ये है कि रोजाना शहरवासियों द्वारा दो हजार किलो तक चाऊमीन खाया जाता है. हर गली-चौराहों पर इसकी ठेला-खोमचा देखा जा सकता है. दूसरे राज्यों में जैसे ही मैगी पर आरोपों का दौर शुरू हुआ, इन […]
गोपालगंज : गरमी की छुट्टियां शुरू होते ही बच्चों में मैगी और चाऊमीन की खपत बढ़ गयी है. हाल ये है कि रोजाना शहरवासियों द्वारा दो हजार किलो तक चाऊमीन खाया जाता है. हर गली-चौराहों पर इसकी ठेला-खोमचा देखा जा सकता है. दूसरे राज्यों में जैसे ही मैगी पर आरोपों का दौर शुरू हुआ, इन दुकानों पर रौनक और बढ़ गयी साथ ही चाऊमीन की डिमांड भी.
गुरुवार को मौसम सुहावना होने के कारण चाऊमीन की दुकानों पर भीड़ कुछ अधिक ही नजर आयी. वहीं, स्वास्थ्य विभाग की नजर इस पर नहीं आ रही है. अबतक इनकी जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया है. जानकारों की मानें तो मैगी व अन्य जंक फूड की तरह चाऊमीन भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. मात्र डेढ़ दिन ही कच्च चाऊमीन सही रह पाता है.
इसके बाद ये भी खराब हो जाता है. सिरदर्द से कैंसर तक की बीमारियों को बुलावा देता है अजीनामोटो : चाऊमीन में प्रयोग होनेवाले अजीनामोटो व सोया सॉस बीमारियों को बुलावा दे सकते हैं. डॉक्टरों की माने तो चाइनीज फूड में मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) पाया जाता है. स्वाद को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले एमएसजी पर बैन है, फिर भी खुले बाजार में इसका यूज हो रहा है.
एमएसजी सिरदर्द से लेकर कैंसर तक की बीमारी की वजह है. इस सिलसिले में स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइंस के मुताबिक, फूड आइटम्स में एमएसजी की मात्र केवल 01 पाट्स प्रति मिलियन (पीपीएम) होनी चाहिए.
ये बीमारियां ले
सकती हैं चपेट में
ब्लड प्रेशर : इसके यूज से ब्लड प्रेशर, थाइराइड डिजीज, डायबिटीज, अस्थमा, फूड एलर्जी और मोटापे का भी खतरा है.
हार्ट दिक्कत : इसके ज्यादा प्रयोग से दिल पर असर हो सकता है. इससे कार्डिएक अरेस्ट और छाती में दर्द होने की आशंका रहती है.
सिरदर्द : एमएसजी का कॉमन साइड एफेक्ट है सिरदर्द, लेकिन इसके लगातार सेवन से माइग्रेन भी हो सकता है.
नर्वस सिस्टम पर असर : एमएसजी ब्रेन के न्यूरो ट्रांसमीटर का संतुलन बिगाड़ देता है, जिसका सीधा असर शरीर पर हाता है.
बच्चे भी रहे दूर : डॉक्टरों के अनुसार, बच्चे और बुजुर्ग के लिए एमएसजी का यूज खतरनाक होता है.