अब पुलिस को फिंगर प्रिंट के लिए नहीं करना होगा इंतजार

पुलिस के अधिकारियों को किया गया ट्रेंडफिंगरप्रिंट किट थानों को कराया गया उपलब्धपुलिस को साक्ष्य इकट्ठा करने में होगी सहूलियतगोपालगंज. अब पुलिस को फिंगर पिं्रट के लिए एसएफएल टीम का इंतजार नहीं करना होगा. थानेदारों को प्रशिक्षण देते हुए उन्हें फिंगर पिं्रट किट उपलब्ध करा दिया गया है, ताकि घटनास्थल पर साक्ष्य इकट्ठा करने में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2015 8:04 PM

पुलिस के अधिकारियों को किया गया ट्रेंडफिंगरप्रिंट किट थानों को कराया गया उपलब्धपुलिस को साक्ष्य इकट्ठा करने में होगी सहूलियतगोपालगंज. अब पुलिस को फिंगर पिं्रट के लिए एसएफएल टीम का इंतजार नहीं करना होगा. थानेदारों को प्रशिक्षण देते हुए उन्हें फिंगर पिं्रट किट उपलब्ध करा दिया गया है, ताकि घटनास्थल पर साक्ष्य इकट्ठा करने में पुलिस को कठिनाई न हो. पुलिस की टीम घटनास्थल पर जरूरत के हिसाब से फिंगर पिं्रट लेकर उसकी जांच किट के जरिये कर सकती है. पुलिस को अत्याधुनिक बनाते हुए उन्हें वैज्ञानिक जांच के तरफ तकनीकी रूप से लैस किया जा रहा है. घटनास्थल से वैज्ञानिक तरीके से जुटाये गये साक्ष्य के आधार पर पुलिस की टीम आरोपित को सजा दिलाने में सफल होगी. माना जाता है कि बड़ी घटनाओं में गवाह न्यायालय में मुकर जाते हैं, जिससे पुलिस को कठिनाई का सामना करना पड़ता है. गवाह के मुकरने से अपराधी सजा पाने से बच जाते हंै. अब वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर पुलिस सजा दिलाने में सफल होगी. पुलिस को मिला नार्कोटिक्स किटपुलिस को अत्याधुनिक करने के उद्देश्य से पुलिस मुख्यालय ने प्रत्येक थानों को नार्कोटिक्स किट उपलब्ध कराया है, ताकि पुलिस गांजा, अफीम, चरस, स्मैक, कोकीन, हदिस जैसे नशीले पदार्थ की जांच करने में सफल होगी. इस किट के जरिये तस्करों को सजा दिलाना आसान हो जायेगा. वैज्ञानिक जांच महत्वपूर्णपुलिस अधिकारियों को ट्रेंड करते हुए वैज्ञानिक जांच करने का आदेश दिया गया है. संगीन घटनाओं में वैज्ञानिक जांच काफी महत्वपूर्ण है. पुलिस कप्तान अनिल कुमार सिंह नेे बताया कि वैज्ञानिक जांच की ही एक कड़ी है फिंगर पिं्रट और नार्कोटिक्स किट. इसके जरिये घटनाओं को सुलझाना आसान होगा.

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