डीइओ की जांच से मचा हड़कंप
गोपालगंज : डीइओ अशोक कुमार ने मांझा प्रखंड के कई विद्यालयों की जांच की. इस दौरान मांझा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, जग्रनाथा में एक शिक्षक अनुपस्थित पाये गये. उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बहोराहाता में दो शिक्षक अनुपस्थित मिले. डीइओ ने नवसृजित प्राथमिक विद्यालय, शेखटोली तथा राजकीय मध्य विद्यालय सह कस्तूरबा विद्यालय, मांझा की भी जांच […]
गोपालगंज : डीइओ अशोक कुमार ने मांझा प्रखंड के कई विद्यालयों की जांच की. इस दौरान मांझा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, जग्रनाथा में एक शिक्षक अनुपस्थित पाये गये. उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बहोराहाता में दो शिक्षक अनुपस्थित मिले.
डीइओ ने नवसृजित प्राथमिक विद्यालय, शेखटोली तथा राजकीय मध्य विद्यालय सह कस्तूरबा विद्यालय, मांझा की भी जांच की.
मांझा बीआरसी व सीआरसी की जांच के दौरान मात्र एक कर्मी बीआरसी में उपस्थित मिले, जबकि बीआरसी व सीआरसी में एक के अलावा सभी कर्मी अनुपस्थित थे. वहीं दूसरी तरफ डीपीओ सर्वशिक्षा सूर्यनारायण ने उचकागांव प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय ओझवलिया, प्राथमिक विद्यालय कैथवलिया, सदर प्रखंड के मध्य विद्यालय बसडीला, प्राथमिक विद्यालय हटीपटी, फुलवरिया प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय वेंदुला खास, वेंदुला मिश्र, तथा प्राथमिक विद्यालय ठाकुर गंज की जांच की. उन्होंने शौचालय निर्माण से संबंधित कई बिंदुओं की समीक्षा की तथा संबंधित प्रधानाध्यापकों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये.
शिक्षकों ने जांच प्रक्रिया पर लगाया आरोप : डीइओ की विद्यालय जांच की प्रक्रिया पर शिक्षकों ने कई संगीन आरोप लगाये हैं. शिक्षक डीइओ के कार्यकलाप को लेकर निंदा प्रस्ताव विभाग के वरीय अधिकारियों को भेजेंगे. शिक्षकों का कहना है कि डीइओ जब से गोपालगंज में योगदान किये हैं, तब से हमेशा अपने एक दो सहायकों को लेकर विद्यालयों की जांच करते हैं. जांच के समय विद्यालय का रजिस्टर जब्त कर लाते हैं.
वहीं, जब रजिस्टर लेने के लिए शिक्षक आते हैं, तो उनसे भयादोहन किया जाता है. डीइओ के इस करनामे से क्षुब्ध होकर शिक्षकों ने आरडीडीइ से भी शिकायत की थी. यहां तक की एक लिपिक की गति विधि की जांच चल रही है. जब किसी सहायक पर अवैध वसूली का आरोप लगता है, तो डीइओ उन्हें बदल कर दूसरे सहायक को साथ लेकर चलते रहते हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
मांझा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, जग्रनाथा से लाये गये रजिस्टर की जांच एमडीएम को लेकर की जायेगी. इसके लिए संबंधित बीआरसी व जिला एमडीएम समन्वयक को जांच के लिए बुलाने का निर्देश दिया जा रहा है. जांच के दौरान रुपये मांगने का आरोप बेबुनियाद है.
जांचोपरांत अनियमितता पाये जाने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी. अनुपस्थित शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की जायेगी.
अशोक कुमार, डीइओ