नदी के कमजोर तटबंधों पर बढ़ा दबाव
नदी के कमजोर तटबंधों पर बढ़ा दबावफोटो-6गोपालगंज. जिले में गंडक नदी के तटबंधों की मरम्मत के नाम पर 16.89 करोड़ रुपये खर्च किये गये. इस राशि के खर्च होने के बाद भी 215 गांवों पर बाढ़ का खतरा बरकरार है. नदी में कटाव तेजी से हो रहा है. कटाव के कारण सदर प्रखंड के पतहरा […]
नदी के कमजोर तटबंधों पर बढ़ा दबावफोटो-6गोपालगंज. जिले में गंडक नदी के तटबंधों की मरम्मत के नाम पर 16.89 करोड़ रुपये खर्च किये गये. इस राशि के खर्च होने के बाद भी 215 गांवों पर बाढ़ का खतरा बरकरार है. नदी में कटाव तेजी से हो रहा है. कटाव के कारण सदर प्रखंड के पतहरा तटबंध तथा मकसुदपुर में नदी तेजी से कटाव कर रही है, जबकि कुचायकोट प्रखंड के खेम मटिहिनिया, काला मटिहिनिया, विशंभरपुर, दुर्ग मटिहिनिया, गुमनिया, फुलवरिया, खरगौली, सलेहपुर, धूप सागर, सदर प्रखंड के निरंजना, बरइपटी, नवादा, धर्मपुर, मलाहीटोला, खाप मकसुदपुर, सिहोरवा, जागिरीटोला, ख्वाजेपुर, मांझा के मांघी, मंगुरहा, भैंसही, बलुवाटोला, बरौली के सरफरा, बतरदेह, जोकहा, सिधवलिया के सलेमपुर, परसौनी, डुमरिया, बैकुंठपुर के सलेहपुर, टंडसपुर, महरानी, प्यारेपुर आदि गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. विधायक की पहल पर हुई जांचविधायक सुबास सिंह ने मुख्य अभियंता को पत्र लिख कर कहा था कि मसान थाने से खाप मकसुदपुर तक चार किलों में मीटर तक बचाव कार्य करना था. ऐसे में नदी में कटाव के कारण टेढ़ा-मेढ़ा बचाव कार्य किया गया. चार सौ मीटर पहले ही संवेदक का चार किमी पूरा हो गया. बचाव कार्य चार सौ मीटर छूट गया. उसे पूरा कराना आवश्यक है. विधायक की पहल पर अभियंताओं की टीम ने शनिवार को खाप मकसुदपुर पहंुच कर पूर स्थिति की जानकारी ली है.