गांव के सार्वजनिक तालाब को दबंगों ने पाटा
.. विरोध पर मिली धमकी, सीओ का आदेश बेअसर.. ग्रामीणों ने खटखटाया डीएम का दरवाजासंवाददाता, हथुआसार्वजनिक तालाब को गांव के दबंगों द्वारा पाट दिया गया. वहीं, ग्रामीणों के विरोध करने पर दबंगों ने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. हद तो तब हो गयी जब सीओ का आदेश भी बेअसर हो गया. ग्रामीणों ने थक-हार […]
.. विरोध पर मिली धमकी, सीओ का आदेश बेअसर.. ग्रामीणों ने खटखटाया डीएम का दरवाजासंवाददाता, हथुआसार्वजनिक तालाब को गांव के दबंगों द्वारा पाट दिया गया. वहीं, ग्रामीणों के विरोध करने पर दबंगों ने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. हद तो तब हो गयी जब सीओ का आदेश भी बेअसर हो गया. ग्रामीणों ने थक-हार कर तालाब को बचाने के लिए डीएम से गुहार लगायी है. पंचदेवरी प्रखंड के बेइली रसौती गांव में खाता नं. 147 खेसरा नं. 880,956, एवं 950 में 6.5 एकड़ जमीन में यह सार्वजनिक तालाब स्थित है. गांव के दबंगों द्वारा इसे मिट्टी से पाटना शुरू किया गया. ग्रामीणों ने सूचना कटेया थाने को दी. लेकिन, पुलिस ने भूमि विवाद का मामला बता कर अपना पल्ला झाड़ लिया. बाद में स्थानीय मुखिया, सरपंच एवं वार्ड सदस्यों की मौजूदगी में महापंचायत हुई., जिसमें यह निर्णय लिया गया कि इस तालाब को कोई नहीं पाटेगा और मनरेगा योजना ये इसका सौंदर्यीकरण कराया जायेगा. पंचदेवरी के सीओ ने भी तालाब को अतिक्रमणमुक्त करने का आदेश दिया. फिर भी दबंग नहीं माने और उन्होंने दिन – रात एक कर जेसीबी से तालाब को पाटना शुरू कर दिया. बाद में सीओ लोगों से इस मामले की वरीय पदाधिकारियों से शिकायत करने की बात कही. ग्रामीण तेज नारायण मिश्र, बबलू मिश्र, चंदेश्वर मिश्र, विजय मिश्र सहित सैकड़ों लोगों ने डीएम के दरबार में तालाब को अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए गुहार लगायी है. इस संबंध में हथुआ के डीसीएलआर नुरूल एन ने बताया कि सार्वजनिक तालाब को पाटना कानूनी अपराध है. सीओ से रिपोर्ट मांगी गयी है. पूरे मामले की जांच करा कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.