गोपालगंज. कुचायकोट थाना क्षेत्र के यूपी-बिहार बॉर्डर स्थित बलथरी चेकपोस्ट से पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से 50 ग्राम रेडियो एक्टिव पदार्थ जब्त किया है, जिसके कैलिफोर्नियम होने का संदेह है. अगर यह पदार्थ कैलिफोर्नियम निकला, तो इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 850 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है. इसका इस्तेमाल किस रूप में किया जाना था, इसका खुलासा नहीं हो सका है. पुलिस के वरीय अधिकारियों की टीम जांच कर रही है. गिरफ्तार किये गये यूपी के कुशीनगर जिला के तमकुही राज थाना क्षेत्र के परसौनी बुजुर्ग निवासी छोटेलाल प्रसाद, गोपालगंज नगर थाना क्षेत्र के कौशल्या चौक निवासी चंदन गुप्ता और महम्मदपुर थाना क्षेत्र के कुशहर मठिया निवासी चंदन राम से पुलिस पूछताछ में जुटी है. तस्करों के पास से एक बाइक व चार मोबाइल भी जब्त किये गये हैं. एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि संदिग्ध पदार्थ को गुजरात से तस्करी कर लाये जाने की बात सामने आयी है. इस मामले में पुलिस ने एटॉमिक एनर्जी डिपार्टमेंट से संपर्क किया है. टीम के अधिकारियों के आने के बाद ही स्थिति साफ हो पायेगी कि कैलिफोर्नियम है या नहीं. रेडियोएक्टिव पदार्थ की हैंडलिंग और जांच के लिए एफएसएल की विशेष टीम को भी बुलाया गया है. वहीं, मद्रास आइआइटी से भी संपर्क किया जा रहा है. कैलिफोर्नियम 1950 में अमेरिका की एक लैब में सिंथेसाइज किया गया था. यह चांदी के रंग जैसा धातु होता है, जो करीब 900 डिग्री सेल्सियस पर पिघलता है. अपने प्योर रूप में यह धातु इतना मुलायम होता है कि उसे आसानी से ब्लेड से काटा जा सकता है. रूम टेंप्रेचर पर यह कठोर अवस्था में रहता है. कैलिफोर्नियम के सारे आइसोटॉप्स भी रेडियोएक्टिव होते हैं. वहीं एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पुडुचेरी पुलिस से संपर्क किया गया है और लगभग 50 ग्राम वजनी कैलिफोर्नियम की जब्ती के बारे में बताया गया है. अगर इंटरनेट और अन्य स्रोतों पर उपलब्ध जानकारी को संकेत माना जाये, तो बरामद खेप की कीमत लगभग 850 करोड़ रुपये आंकी गयी है. पुलिस की टीम अभी पूरे मामले की जांच कर रही है.
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