मानसून की वेरुखी से किसान में धायी मायुसी–असंपादित
किसानों को सता रही फसल की चिंता संवाददाता, उचकागांवमॉनसून का दबाव नहंीं बनने से जहां वारिस नहीं हो रही है. वही खरीफ फसल को ले कर किसानो की चिंता बढ़ गई है. खरिफ फसल की बुआई तो किसानों ने शुरु कर दी है. लेकिन सुखाड़ होने की आशंका ने किसानो ंको सताना शुरु कर दिया […]
किसानों को सता रही फसल की चिंता संवाददाता, उचकागांवमॉनसून का दबाव नहंीं बनने से जहां वारिस नहीं हो रही है. वही खरीफ फसल को ले कर किसानो की चिंता बढ़ गई है. खरिफ फसल की बुआई तो किसानों ने शुरु कर दी है. लेकिन सुखाड़ होने की आशंका ने किसानो ंको सताना शुरु कर दिया है. खेतो की सिचाई कर किसान जैसे तैसे धान क े बीज को खेतो में लगा रहे है. किसानों को आसंका है कि वे मौसम आधी और पानी ने जिस तरह गेहु के फसल को बरबाद कर दिया. उसी तरह कही सुखाड़ हो कर धान का फसल भी बरबाद न हो जांय. वैरिय ठकुराई गांव के विरेन्द्र सिंह,कृष्णा राम, भोला जी आदि लोगो का कहना है कि जिस तरह गेंहू का फसल बरबाद हो गया. यदि उसी तरह सुखाड़ के चपेट में धान भी बरबाद हो गया तो हम कही के नही रहेगें. इधर चीनी मील बंद होने से गन्ना भी खेतो मेें ही बरबाद हो गया.