गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर ने उड़ाई विभाग की नींद

तटबंधों पर अभियंताओं ने बढ़ायी चौकसीविभाग ने तटबंध को बताया पूरी तरह सुरक्षितपतहरा में करायी गयी बचाव कार्य, रोकेगी नदी की धाराफोटो-31गोपालगंज. झमाझम बारिश से गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर ने बाढ़ नियंत्रण विभाग की नींद उड़ा दी है. तटबंधों पर अभियंताओं ने चौकसी बढ़ा दी है. विभाग ने फिलहाल जिले के सभी तटबंधों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2015 6:06 PM

तटबंधों पर अभियंताओं ने बढ़ायी चौकसीविभाग ने तटबंध को बताया पूरी तरह सुरक्षितपतहरा में करायी गयी बचाव कार्य, रोकेगी नदी की धाराफोटो-31गोपालगंज. झमाझम बारिश से गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर ने बाढ़ नियंत्रण विभाग की नींद उड़ा दी है. तटबंधों पर अभियंताओं ने चौकसी बढ़ा दी है. विभाग ने फिलहाल जिले के सभी तटबंधों को सुरक्षित बताया है. गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज से 59.6 हजार क्यूसेक जल डिस्चार्ज किये जाने के बाद नदी में तेजी से पानी बढ़ रहा है. हालांकि रविवार की शाम 7 बजे 50 हजार जल डिस्चार्ज होने की खबर है. पतहरा तटबंध पर कराये गये एंटी रोजन कार्य से विभाग का दावा है कि नदी की धारा को रोकने में यह पद्धति सफल होगा. जापान के पैटर्न पर अभियंताओं ने यहां बचाव कार्य कराया है. खाप मकसुदपुर में मंगलवार से बचाव कार्य शुरू करने की संभावना है. मुख्य अभियंता दिनेश चौधरी के द्वारा बचाव कार्य की मंजूरी दिये जाने के बाद यहां बचाव कार्य होना है. अधीक्षण अभियंता बासुकी नाथ प्रसाद, पतहरा स्थित कैंप पर सहायक अभियंता सचिन कुमार की टीम तटबंध की मॉनीटरिंग में जुटी है. नदी मंे बढ़ते जल स्तर को देख दस हजार बालू की बोरों के अलावा जिओ बैग में मिट्टी भर कर तैयार रखने का काम शुरू हो गया है. उधर, नदी का कटाव खाप मकसुदपुर पर तेजी से चल रहा है. नदी की कटाव को देख जागीरी टोला, कटघरवा पंचायत के एक दर्जन गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है.

Next Article

Exit mobile version