गंडक के बढ़ते जल स्तर से तटबंधों पर दबाव

नदी की लहर देख बाढ़ नियंत्रण विभाग परेशननदी अभी से ही तबाही मचाने को हो रही आतुरवाल्मीकिनगर बराज से 79 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज निचले इलाके में रहनेवाले लोगों की बढ़ी धड़कनफोटो-1संवाददाता, गोपालगंजनेपाल में पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही घमसान बारिश से गंडक नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2015 6:06 PM

नदी की लहर देख बाढ़ नियंत्रण विभाग परेशननदी अभी से ही तबाही मचाने को हो रही आतुरवाल्मीकिनगर बराज से 79 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज निचले इलाके में रहनेवाले लोगों की बढ़ी धड़कनफोटो-1संवाददाता, गोपालगंजनेपाल में पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही घमसान बारिश से गंडक नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. जल स्तर में कभी कमी, तो कभी बढ़ने का सिलसिला जारी है. घटते-बढ़ते जल स्तर ने बाढ़ नियंत्रण विभाग की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. नेपाल ने वाल्मीकिनगर बराज से 79 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज मंगलवार की शाम चार बजे किया है, जबकि सुबह 96 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज किया गया था. नदी की धारा ने तो लोगों की नींद को हराम कर दी है. बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुख्य अभियंता दिनेश चौधरी ने विभाग के अभियंताओं को अलर्ट करते हुए निर्देश दिया है कि तटबंधों पर चौकसी बढ़ायी जाये. पतहरा तटबंध पर अधीक्षण अभियंता बासुकी नाथ प्रसाद, बाढ़ संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष जवाहर राय की टीम कैंप कर रही है. उधर, मकसुदपुर में हो रहे कटाव को रोकने के लिए काम तेज कर दिया गया है. नदी की लहर अभी से ही तबाही मचाने को आतुर हो गयी है. नदी की लहरों ने बाढ़ नियंत्रण विभाग की बेचैनी बढ़ा दी है. नदी के बढ़ते जल स्तर ने तटबंधों पर दबाव बनाया है. हालांकि मुख्य अभियंता का दावा है कि पतहरा तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है. नदी के किनारे निचले इलाके में रहनेवाले लोगों की धड़कन भी बढ़ गयी है.

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