लो वोल्टेज से आखिर कब मिलेगी निजात

-उपकरण पड़े बेकार, ऊमस से नहीं मिली राहत -विभाग का दावा, बिजली में सुधार संवाददाता, गोपालगंजऊमस भरी गरमी में बिजली उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गयी है. मई से गरमी बढ़ने के साथ ही लगातार वोल्टेज में गिरावट आयी है. बल्ब के टिमटिमाने से जहां प्रकाश नहीं मिल रहा है, वहीं हिलते पंखे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2015 6:06 PM

-उपकरण पड़े बेकार, ऊमस से नहीं मिली राहत -विभाग का दावा, बिजली में सुधार संवाददाता, गोपालगंजऊमस भरी गरमी में बिजली उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गयी है. मई से गरमी बढ़ने के साथ ही लगातार वोल्टेज में गिरावट आयी है. बल्ब के टिमटिमाने से जहां प्रकाश नहीं मिल रहा है, वहीं हिलते पंखे गरमी से राहत पहुंचाने में बेअसर हैं. एसी-कूलर जहां बंद पड़े हैं, वहीं टंकियों में पानी चढ़ाने में मोअर हाफ रहे हैं. कहीं 110 तो कहीं 120 वोल्ट बिजली सप्लाइ हो रही है. विगत सप्ताह बिजली की सप्लाइ 10-12 घंटा थी. हालांकि इधर दो दिनों से बिजली की आपूर्ति में सुधार हुआ है. फीडर वन में जहां 15 घंटा बिजली मिल रही है, वहीं फीडर टू में यह 12-13 घंटों पर सिमटी है. ऐसे में त्रस्त उपभोक्ता आखिर करे तो क्या. सबसे ज्यादा परेशानी उनको है, जो बहुमंजिली इमारत पर डेरा लिये हैं. यूं कहंे तो बिजली लोगों को रुला रही है. क्या है लो वोल्टेज के कारण-33 केवीए के बदले 27 केवीए सप्लाइ आना-वाटर लेवल घटने से अर्थिंग का सही काम नहीं करना-ट्रांसफॉर्मर से फ्यूज का उड़ना-लूज कनेक्शन में बिजली की बरबादी बिजली की उपलब्धता फीडर वन -15 घंटा फीडर टू – 13 घंटा कुल सप्लाइ -8 मेगावाट आवश्यकता – 12 मेगावाट क्या कहता है विभाग सप्लाइ में वोल्टेज कम आ रहा है. तकनीकी गड़बडि़यां भी हैं जिसे लगातार ठीक कराया जा रहा है. इसके अलावा विभिन्न कंपनियों द्वारा कराये जा रहे वर्क के कारण भी शहर में में बिजली सप्लाइ बाधित होती है. फिर भी प्रयास रहता है कि उपभोक्ताओं को परेशानी न हो. उत्तम कुमार, एसडीओ विद्युत विभाग, गोपालगंज

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