गोपालगंज. ट्रेनों में नशीला पदार्थ खिला कर लुटनेवाले गिरोह के खिलाफ शिकंजा कसा जायेगा. यात्रियों की जमा-पूंजी लुटनेवाले इस गिरोह पर लगाम कसने के लिए उत्तर प्रदेश जीआरपी का गोरखपुर अनुभाग सक्रि य हो गया है. इस अभियान में बिहार की मुजफ्फरपुर जीआरपी. दोनों जगहों की जीआरपी ने अपने-अपने क्षेत्र में चुनौती बने इस गिरोह व रेलवे के अन्य अपराधों में शामिल बदमाशों के फोटो के साथ सूची तैयार कर एक-दूसरे को सौंप दिया है. गोरखपुर जीआरपी ने जहां 58 बदमाशों की सूची तैयार की है, वहीं बिहार ने 48 को सूचीबद्ध किया है.जीआरपी के एसपी के स्तर से इस बार नकेल कसने की तैयारी की गयी है. जीआरपी सूत्रों के मुताबिक बिहार की सूची में उत्तर प्रदेश के नौ अपराधी हैं, जिनमें सबसे अधिक-चार मिर्जापुर जिले के हैं. इसमें चंदौली के तीन और आगरा व कानपुर के एक-एक है. गोरखपुर जीआरपी की सूची में सबसे अधिक बिहार के रहनेवाले हैं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के कैंपियरगंज (गोरखपुर), रामपुर कारखाना, बरहज व सलेमपुर (देवरिया), बस्ती, खलीलाबाद, बलिया व नेपाल के रहनेवाले हैं. सीओ जीआरपी, गोरखपुर, चिरंजीवी मुखर्जी बताते हैं कि इन गिरोह की बाबत सूचनाओं का शीघ्र आदान- प्रदान करने के लिए मेल का प्रयोग किया जायेगा. जब भी कोई पकड़ा जायेगा, सूचनाएं एक-दूसरे को भेज दी जायेगी. इससे संबंधित जगह की टीम आकर पूछताछ करेगी. उन्होंने बताया कि हाइटेक तकनीक से समन्वय के चलते ही एक सप्ताह पहले छपरा में लूट का मुजरिम देवरिया में पकड़ लिया गया.
उन्होंने बताया कि इस बात का प्रयास किया जा रहा है कि गोरखपुर जीआरपी के स्कॉट में चलनेवाले सिपाहियों के पास मोबाइल में सभी नशा खिलानेवालों का फोटो व उनका पता मौजूद रहे. इसके लिए फोटो व पता लोड किये गये चिप उनके मोबाइल में डाले जाने की योजना पर काम चल रहा है. इसके अलावा ट्रेन की बोगी में नशा खिलानेवालों का फोटो भी चस्पा की जायेगी, जिससे यात्री उनसे सतर्क रह सके.