जंाच के दौरान शिक्षक का प्रमाण पत्र निकला फर्जी

संवाददाता, विजयीपुरश्रवणबाधित का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर प्रखंड शिक्षक की नौकरी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले के सामने आने के बाद अधिकारी कार्रवाई में जुट गये है. शिक्षक धर्मेंद्र सिंह विजयीपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय भरपुरवा में विगत 8 अगस्त 2014 से कार्यरत है. बता दें कि शिक्षक धर्मेन्द्र सिंह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2015 8:05 PM

संवाददाता, विजयीपुरश्रवणबाधित का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर प्रखंड शिक्षक की नौकरी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले के सामने आने के बाद अधिकारी कार्रवाई में जुट गये है. शिक्षक धर्मेंद्र सिंह विजयीपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय भरपुरवा में विगत 8 अगस्त 2014 से कार्यरत है. बता दें कि शिक्षक धर्मेन्द्र सिंह का नियोजन उनके विकलाग प्रमाण पत्र के आधार पर किया गया था. उससे पूर्व धमेंद्र सिंह के पहले राजीव शुक्ला सामान्य कोटि से 27 जनवरी 2007 को नियोजित हुए थे. नियोजन के बाद श्री शुक्ला 30 नवंबर 2013 तक शिक्षक के रूप में कार्यरत थे, लेकिन पटना हाईकोर्ट के आदेश पर राजीव शुक्ला का नियोजन रद्द करते हुए उनके स्थान पर धमेंर्द्र सिंह को नियोजित किया गया. नियोजन के उपरांत प्राधिकार ने दो माह के अंदर धर्मेद्र सिंह का प्रमाण पत्र जंाच कर मानदेय भुगतान करने का आदेश दिया. लेकिन दस माह बाद विजयीपुर के बीइओ अशोक कुमार पांडेय ने प्रमाण पत्रों की जांच करायी, जिसमें धर्मेंद्र सिंह द्वारा लगाया गया विकलांग प्रमाण पत्र फर्जी निकला. इसकी जानकारी देते हुए बीइओ श्री पांडेय ने बताया कि धमेंर्द्र सिंह का विकलांग प्रमाण पत्र फर्जी है. 29 जुलाई तक अगर वे कोर्ट के निर्देशानुसार अपना त्याग पत्र नहीं देते है, तो उन पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्रवाई की जायेगी.

Next Article

Exit mobile version