जब सावन आग लगाये, तो उसे कौन..

गोपालगंज : वैशाख द्वारा लगायी आग को सावन की बरसात तो बुझा देती है, लेकिन जब सावन आग लगाये, तो भला उसे कौन बुझायेगा. जी हां, इस बार सावन आग लगा रहा है. खेतों में धूल उड़ रही है. धान की जलती फसल देख किसानों हताश हैं. एक पखवारे से इंद्रदेव रूठे हैं. सूर्य की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2015 12:27 AM
गोपालगंज : वैशाख द्वारा लगायी आग को सावन की बरसात तो बुझा देती है, लेकिन जब सावन आग लगाये, तो भला उसे कौन बुझायेगा. जी हां, इस बार सावन आग लगा रहा है. खेतों में धूल उड़ रही है. धान की जलती फसल देख किसानों हताश हैं. एक पखवारे से इंद्रदेव रूठे हैं.
सूर्य की तपिश शबाब पर है. ऐसे में रोपनी के बाद खेतों में धान के पौधे जल रहे हैं, वहीं अब भी दस फीसदी खेतों में किसान रोपनी की बांट जोह रहे हैं. ऐसे हालात में जहां सुविधा है, वहां पंपसेट सहारा बना हुआ है, वहीं जहां कोई सुविधा नहीं है, वहां लोग इंद्रदेव की प्रार्थना कर रहे हैं. ऐसे हालात में जिले के किसान दोहरी मार ङोलने को विवश हैं. वे कर्ज में डूब रहे हैं.
पंपसेट पटवन और डीजल सब्सिडी पर उम्मीद
किसानों की सारी उम्मीदें अब पंपसेट से पटवन पर जाटिकी हैं. डीजल सब्सिडी मिलने की घोषणा ने उन्हें हिम्मत दी है. किसान तेजी से न सिर्फ पटवन करने में लगे हैं, बल्कि आवेदन भी कर रहे हैं. मंगलवार तक 36 हजार से अधिक किसानों ने आवेदन दिये हैं.
क्या कहता है मौसम विभाग
9 अगस्त तक वर्षा की संभावना नहीं है. ग्रामीण कृषि सेवा, पूसा के मौसम विभाग के अनुसार आसमान में मध्यम बादल रहेंगे. कहीं – कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है. 4 से 12 किमी की रफ्तार से पुरवा हवा चलेगी. न्यूनतम तापमान 24 से 28 डिग्री तथा अधिकतम 32 से 37 डिग्री सेल्सियस रहेगा.
क्या कहता है कृषि विभाग
बारिश नहीं कृषि के लिए चिंतनीय है. डीजल अनुदान पर तेजी से काम हो रहा है. 1380 आवेदन स्वीकृत किये जा चुके हैं. प्रयास है कि हर हाल में फसल को बचाया जाये.
डॉ वेद नारायण सिंह,डीएओ

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