तटबंध की हालत नाजुक, स्लोप नदी में समाया
गोपालगंज . गंडक नदी के जल स्तर घटने के साथ ही नदी का कटाव बेकाबू हो गया है. पतहरा तटबंध पर कटाव से 25 मीटर स्लोप नदी में समा गया, जिससे पतहरा तटबंध की हालत नाजुक बनी हुई है. उधर, नदी का कटाव तेज होते की अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. आनन-फानन में अधीक्षण […]
गोपालगंज . गंडक नदी के जल स्तर घटने के साथ ही नदी का कटाव बेकाबू हो गया है. पतहरा तटबंध पर कटाव से 25 मीटर स्लोप नदी में समा गया, जिससे पतहरा तटबंध की हालत नाजुक बनी हुई है. उधर, नदी का कटाव तेज होते की अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. आनन-फानन में अधीक्षण अभियंता बासुकी नाथ प्रसाद, कार्यपालक अभियंता शरद कुमार, सहायक अभियंता सचिन कुमार ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को काबू में कर लिया.
अभियंताओं ने तटबंध को अब सुरक्षित बताया है. बुधवार की शाम 4 बजे वाल्मिकीनगर बराज से गंडक नदी में 55 हजार क्यूसेक जल डिस्चार्ज किया गया, जिससे कटाव बेकाबू होता जा रहा है.
बुधवार को पानी घटने के दौरान ही दिन के 11 बजे पतहरा में तटबंध का स्लोप नदी ने खींच लिया, उधर, कटाव से मकशुदपुर के बाद खाप गांव का अस्तित्व मिटने के कगार पर पहुंच गया है. नदी खाप मकशुदपुर के अलावा जगीरी टोले में भी विषण कटाव कर रही है.