मौसम की मार से टूटी किसानों की कमर
मौसम की मार से टूटी किसानों की कमर फुलवरिया. मौसम की मार झेल रहे किसानों की कमर टूट चुकी है. बारिश नहीं होने के कारण फुलवरिया प्रखंड सूखे की चपेट में आ गया हैैै. किसान लगातार दो वर्षों से बरबाद हो रही फसल के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. किसान विद्यासागर शाही, दिलीप […]
मौसम की मार से टूटी किसानों की कमर फुलवरिया. मौसम की मार झेल रहे किसानों की कमर टूट चुकी है. बारिश नहीं होने के कारण फुलवरिया प्रखंड सूखे की चपेट में आ गया हैैै. किसान लगातार दो वर्षों से बरबाद हो रही फसल के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. किसान विद्यासागर शाही, दिलीप सिंह, विपीन सिंह, विश्वकर्मा चौधरी, रामबिलाश चौधरी, संजय कुंवर, रघु चौधरी का कहना है कि जून से सितंबर तक औसत से कम बारिश हुई है. इससे खेतों में लगी धान की फसल बरबाद हो गयी है. आगे भी रबी फलस होगी या नहीं कहना मुश्किल है. किसान फसल को बचाने के लिए पंपसेट से सिंचाई कर इस आशा में हैं कि कहीं दशहरा तक बारिश हो जाये, तो कुछ धान हो जायेगा. हथिया नक्षत्र भी समाप्ति पर है और आसमान में बादल नजर नहीं आ रहा है.