भाजपा के पास कोई एजेंडा नहीं, वह है कंफ्यूज : विजय चौधरी
भाजपा के पास कोई एजेंडा नहीं, वह है कंफ्यूज : विजय चौधरीसंवाददाता, पटनाजल संसाधन सह सूचना व जनसंपर्क मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भाजपा के पास कोई एजेंडा नहीं होने और उसे कंफ्यूज्ड होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के बयान से उनकी असमंजस की स्थिति स्पष्ट नजर आती है. प्रधानमंत्री […]
भाजपा के पास कोई एजेंडा नहीं, वह है कंफ्यूज : विजय चौधरीसंवाददाता, पटनाजल संसाधन सह सूचना व जनसंपर्क मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भाजपा के पास कोई एजेंडा नहीं होने और उसे कंफ्यूज्ड होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के बयान से उनकी असमंजस की स्थिति स्पष्ट नजर आती है. प्रधानमंत्री विकासवाद की बात करते हैं. महागंठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनको चुनौती दी है कि बिहार के विकास के मुद्दे पर खुले मंच से बहस हो जाये. वैसे जदयू का मानना है कि विकास के मुद्दे ही चुनाव होना चाहिए. बिहार की जनता को जिस नेता पर विकास के लिए भरोसा हो उसे लोगों का समर्थन मिलना चाहिए. इसके लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व के सामने कोई ऐसा चेहरा खड़ा हो ही नहीं सकता है. उन्होंने कहा कि भाजपा के कथनी और करनी में बड़ा फर्क है. प्रधानमंत्री की बात तो विकास की करते हैं, लेकिन भाजपा के सभी नेता प्रतिगामी राजनीति के तहत कभी जंगलराज तो कभी 1992 के पत्र से जनता को डराने की असफल कोशिश करते हैं. क्या ये सब विकास के एजेंडे हैं? मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि महागंठबंधन ने अपना न्यूनतम साझा कार्यक्रम मुख्यमंत्री के सात सूत्री निश्चय को घोषित कर दिया है. भाजपा के पास इसके जबाव में क्या है? कोई कार्यक्रम कोई सोच नहीं है. सिर्फ नकरात्मक राजनीति की वोट में केन्द्र सरकार की विफलताओं को छुपाने की कोशिश की जा रही है. बिहार की प्रबुध जनता इनके साजिशों से अवगत है. दो चरणों के चुनाव होने के बाद स्पष्ट दिखायी पड़ रहा है कि बिहारियों को नीतीश कुमार के नेतृत्व के प्रति अटूट आस्था है.