सैंड आर्ट के जादूगर मधुरेंद्र ने बिखेरा जलवा
सैंड आर्ट के जादूगर मधुरेंद्र ने बिखेरा जलवा बालू की कलाकृति से जगाया मतदाताओं में अलख दो दर्जन से अधिक पुरस्कारों से हो चुका पुरस्कृत फोटो नं-16- आवश्यकगोपालगंज. मतदान कर लोकतंत्र का पर्व मनाएं, समाहरणालय परिसर में इन दिनों बालू की बनी कलाकृति मतदाताओं में मतदान का अललख जगा रही है और अलख जगाने का […]
सैंड आर्ट के जादूगर मधुरेंद्र ने बिखेरा जलवा बालू की कलाकृति से जगाया मतदाताओं में अलख दो दर्जन से अधिक पुरस्कारों से हो चुका पुरस्कृत फोटो नं-16- आवश्यकगोपालगंज. मतदान कर लोकतंत्र का पर्व मनाएं, समाहरणालय परिसर में इन दिनों बालू की बनी कलाकृति मतदाताओं में मतदान का अललख जगा रही है और अलख जगाने का यह कार्य किया है सैंड आर्ट के जादूगर मधुरेंद्र ने. मूल रूप से चंपारण जिले का रहनेवाला 21 वर्षीय मधुरेंद्र अपनी कला की बदौलत भारत ही नहीं विश्व स्तर पर पहचान बना चुका है. बचपन से ही मूर्ति निर्माण और पेंटिंग की कला के शौक ने मधुरेंद्र को सैंड आर्ट का जादूगर बना दिया है. सर्व प्रथम उसने जवानों की नशे से हो रही मौत पर पेंटिंग और मूर्तियां बना कर लोगों को जागरूक किया. फिर उसके कदम बढ़ते ही चले गये. भारत नाटयम में हेमा मालिनी का नृत्य, ओबामा – मोदी की मित्रता, छठपूजा सहित दर्जनों कलाकृत्तियां बनायीं, जिसकी प्रशंसा भारत ही नहीं नेपाल, बांग्लादेश और जापान तक हुई. अब तक उसे दो दर्जन सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है तथा इंटरनेशनल सैंड स्टार मधुरेंद्र कुमार, कला सम्राट रेत महानायक मधुरेंद्र जैसे उपाधियों से नवाजा जा चुका है. प्रभात खबर से भेंट में उसने बताया कि उनका लक्ष्य नशे का दुष्प्रभाव, मानव स्वास्थ्य, भारतीय नृत्य, नारी उत्पीड़न गरीबी, बेबसी, शोषण पर पेंटिंग और मूर्त्तियां बना कर लोगों सकारात्मक सोच के लिए जागृत करना है. उसके जीवन का उदे्श्य विश्व प्रसिद्ध कलाकार बनना है.डीएम ने किया सम्मानित रविवार को डीएम राहुल कुमार ने मधुरेंद्र को शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया तथा उसकी बनायी कलाकृति की सराहना करते हुए कहा कि इसकी कला राज्य और देश का नाम विश्व स्तर पर रौशन करेगी.