थावे वाली माई अउर गोपालगंज की धरती के प्रणाम

थावे वाली माई अउर गोपालगंज की धरती के प्रणाम सिंहासिनी का नमन कर पीएम ने किया बदलाव का आह्वान भरोसा देकर युवाओं में जगाया जोश महिलाओं में भरा उत्साह बदलेगी सरकार, तो बहेगी विकास की बयार फोटो न-3संवाददाता, गोपालगंजशुक्रवार के दिन दानापुर स्थित मैदान में सुबह आठ बजे से भीड़ जुटनी शुरू हो गयी थी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2015 6:18 PM

थावे वाली माई अउर गोपालगंज की धरती के प्रणाम सिंहासिनी का नमन कर पीएम ने किया बदलाव का आह्वान भरोसा देकर युवाओं में जगाया जोश महिलाओं में भरा उत्साह बदलेगी सरकार, तो बहेगी विकास की बयार फोटो न-3संवाददाता, गोपालगंजशुक्रवार के दिन दानापुर स्थित मैदान में सुबह आठ बजे से भीड़ जुटनी शुरू हो गयी थी. नौ बजते-बजते पूरा मैदान लोगों से भर गया. प्रत्येक निगाह में इंतजार था प्रिय नेता के आने का. हर तरफ रह-रह कर शोर गूंज रहा था मोदी-मोदी. यहां देश के प्रधानमंत्री संबोधित करनेवाले थे. ठीक निर्धारित समय 11:03 बजे नरेंद्र मोदी का हेलीकॉप्टर उतरा. प्रधानमंत्री ने मंच पर पहुंचते ही कहा, सबसे पहिले हम थावे वाली माई आ एह धरती के नमन करत बानी. फिर उन्होंने कहा कि एक उपजाऊ धरती के आन-बान और शान किसान के प्रणाम करत बानी जेकरा मेहनत के दाना देश भर के लोग खात बा. नमन के बाद प्रधानमंत्री ने 62 वर्षों के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार को अबतक ठगा गया है. कभी भाई-भतीजावाद का बोलबाला, तो कभी यहां अपहरण का बाजार चला. नतीजतन मां-बाप की उम्मीदें टूट गयीं और युवा अन्य प्रदेशों में घर-बार छोड़ कर पलायन को विवश हुए हैं. मोदी ने लोगों से पूछा, क्या आप इसी जिंदगी में जीना रहना चाहते हैं. उमड़ा जन सैलाब एक स्वर से कहा नहीं. फिर उन्होंने कहा, तो इसके लिए आपको अपने विचारों को बदलना होगा और बदलाव लाना होगा. आपका जोश और जुनून और बदलाव से न सिर्फ बिहार की सरकार बदलेगी, बल्कि मैं दावा करता हूं कि घर-घर में विकास की बयार बहेगी. प्रधानमंत्री का भाषण तो खत्म हो गया, लेकिन महिलाएं जहां उत्साहित थीं, वहीं युवाओं में भी जोश रहा.

Next Article

Exit mobile version