डिजिटल इंडिया की बात करने वाले भाजपा नेताओं को इंटरनेट की समझ नहीं : विजय

डिजिटल इंडिया की बात करने वाले भाजपा नेताओं को इंटरनेट की समझ नहीं : विजयसंवाददाता,पटनाजदयू के वरिष्ठ नेता और सरकार में सूचना एवं जनसंनपर्क विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया की बात करने वाले उनके नेताओं को इंटरनेट की छोटी समझ तक नहीं है. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2015 6:21 PM

डिजिटल इंडिया की बात करने वाले भाजपा नेताओं को इंटरनेट की समझ नहीं : विजयसंवाददाता,पटनाजदयू के वरिष्ठ नेता और सरकार में सूचना एवं जनसंनपर्क विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया की बात करने वाले उनके नेताओं को इंटरनेट की छोटी समझ तक नहीं है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी अखबार में विज्ञापन की बात करने वाले भाजपा नेताओं की पोल खुल गयी है. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि कोई यह बता दे कि हामरी पार्टी ने पाकिस्तानी अखबार डान को विज्ञापन दिया है.मंत्री ने कहा कि गुगल पर जो जदयू के विज्ञापन आ रहे हैं वह लोकेशन बेस्ड सर्विस है. गुगल में जाकर किसी भी देश या किसी भी बेवसाइट खोलने पर वह सर्विस उपलब्ध कराता है. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता बदहवास हो गये हैं. तीन चरणों के मतदान से निराश हो चुके भाजपा नेताओं ने बदहवासी में ऐसा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा अब सांप्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण की साजिश रच रही है. उन्होंने देख लिया है कि किसी भी मुद्दे पर बिहार की जनता नीतीश कुमार का साथ छोड़ने वाली नहीं है. इसलिए सांप्रदायिकता के सवाल पर वह समाज को विभाजित करवाना चाहती है. मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां 48 सेकेंड में 33 घोटालों के नाम गिना दिये. लेकिन, जनता ने उन्हें कोई रिस्पांस नहीं दिया. जनता जानती है कि नीतीश कुमार के बिना बिहार का शासन अधूरा है. जनता महागंठबंधन को ही मजबूत कर रही है. इसी कारण भाजपा के अध्यक्ष और अन्य नेता पाकिस्तान से महागंठबंधन को जोड़ रहे हैं. जबकि, राज्य की जनता इस बात को अच्छी तरह जानती है कि नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और कांग्रेस के नेता ही बिहार को बेहतर सरकार दे सकते हैं. भाजपा और एनडीए प्रादेशिक राजनीति में विफल हो चुकी है. इस कारण एनडीए हड़कंप में हैं. हताशा का माहौल है. भाजपा विवादित मुद्दे को लेकर समाज में विभाजन चाहती है. दूसरी ओर जनता जानती है कि एनडीए की दाल गलने वाली नहीं है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागंठबंधन की सरकार बन रही है.

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