छोटी-सी लापरवाही दे सकती है बड़ी बीमारी

छोटी-सी लापरवाही दे सकती है बड़ी बीमारीसदर अस्पताल में सर्दी-जुकाम के पहुंच रहे मरीजवायरस हवा में तेजी से फैलता जा रहाफोटो- गोपालगंज सदर अस्पतालसंवाददाता, गोपालगंजमौसम में बदलाव होते ही सर्दी-जुकाम (कॉमन कोल्ड) के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. सदर अस्पताल में इस समय 150 से 175 मरीज पहुंच रहे हैं. चिकित्सकों का कहना है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2015 6:26 PM

छोटी-सी लापरवाही दे सकती है बड़ी बीमारीसदर अस्पताल में सर्दी-जुकाम के पहुंच रहे मरीजवायरस हवा में तेजी से फैलता जा रहाफोटो- गोपालगंज सदर अस्पतालसंवाददाता, गोपालगंजमौसम में बदलाव होते ही सर्दी-जुकाम (कॉमन कोल्ड) के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. सदर अस्पताल में इस समय 150 से 175 मरीज पहुंच रहे हैं. चिकित्सकों का कहना है कि सर्दी-जुकाम में लापरवाही बरतने का मतलब है, कई गंभीर बीमारियों को बुलावा देना.क्या है लक्षणनाक बहना, खांसी, छींकना, गले में खराश और आंखों से पानी का बहना आदि सर्दी -जुकाम के लक्षण हैं. सर्दी-जुकाम के प्रकोप के चलते कुछ लोगों को बुखार और बदन दर्द की शिकायत भी हो जाती है. थकान महसूस करना और भूख कम लगने की भी परेशानी हो सकती है.हवा से फैलता है संक्रमणसर्दी-जुकाम और फ्लू का प्रकोप हवा के जरिये पीड़ित व्यक्ति की छींक से फैलता है. बीमार व्यक्ति की छींक के संपर्क में आने या फिर नाक से निकलनेवाले द्रव के किसी भी प्रकार से संपर्क में आने से यह रोग फैलता है. जैसे रोगी के रूमाल या उसके द्वारा इस्तेमाल की गयी वस्तुओं के संपर्क में आना. यह परेशानी सर्दियों और मौसम के बदलाव के समय अधिक होती है. ऐसे मौसम में वायरस हवा में तेजी से फैलता है और ज्यादा वक्त तक हवा में मौजूद रहता है. इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.ऐसे करें बचाव-शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र को सशक्त बना कर सर्दी-जुकाम और फ्लू आदि बीमारियों से बचाव किया जा सकता है.-शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को संतुलित व पौष्टिक भोजन ग्रहण कर बढ़ायी जा सकती है.-एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त खाद्य पदार्थों (फलों व सब्जियों) को खान-पान में वरीयता दें.-अत्यधिक वसायुक्त व चिकनई युक्त खाद्य पदार्थ कम-से-कम प्रयोग करें.-डॉक्टर से परामर्श लेकर विटामिन व मिनरल्स की गोलियां भी ले सकते हैं.-कोई भी खाद्य पदार्थ खाने से पहले साबुन से अच्छी तरह हाथ साफ करें.-तापक्रम में अचानक परिवर्तन वाली स्थिति से बचें. जैसे बंद कमरे से अचानक खुली हवा में न आएं.इन पर भी दें ध्यान-शरीर में दर्द व खांसी होने पर चिकित्सक से परामर्श लेकर दवाई ली जा सकती है.-पर्याप्त विश्राम करें.- दिन में कम-से-कम तीन से चार लीटर पानी व तरल पदार्थ ग्रहण करें.क्या कहते हैं डॉक्टरसर्दी-जुकाम वायरल इन्फेक्शन के कारण सांस नली के ऊपरी भाग को प्रभावित करते हैं. लापरवाही करने पर कान के परदे में सूजन, बच्चों में निमोनिया, फेफड़ों में संक्रमण के बाद टीबी की बीमारी बढ़ने का खतरा बन जाता है. इसलिए सर्दी-जुकाम शुरू होते ही चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.डॉ आरपी सिंह, शिशु रोग विशेषज्ञ

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