महागंठबंधन को मिलेगा पूर्ण बहुमत : कांग्रेस
महागंठबंधन को मिलेगा पूर्ण बहुमत : कांग्रेस बिहार चुनाव में कांग्रेस भी अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करायेगीसाठ प्रतिशत मत देकर जनता ने महागंठबन्धन के पक्ष में दिया समर्थनसंवाददाता, पटना बिहार विधान सभा चुनाव में सभी क्षेत्रों में जनता ने महागंठबन्धन के समर्थन में अपना मत दिया है. जनता दल(यू), राजद और कांग्रेस के महागंठबन्धन को […]
महागंठबंधन को मिलेगा पूर्ण बहुमत : कांग्रेस बिहार चुनाव में कांग्रेस भी अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करायेगीसाठ प्रतिशत मत देकर जनता ने महागंठबन्धन के पक्ष में दिया समर्थनसंवाददाता, पटना बिहार विधान सभा चुनाव में सभी क्षेत्रों में जनता ने महागंठबन्धन के समर्थन में अपना मत दिया है. जनता दल(यू), राजद और कांग्रेस के महागंठबन्धन को पूर्ण बहुमत मिलेगा. कांग्रेस पार्टी भी अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करायेगी. यह दावा गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एचके वर्मा ने किया है. उन्होंने कहा है कि अंतिम चरण के चुनाव में पूर्णियां, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, कटिहार, मधुबनी, दरभंगा और किशनगंज में मतदाताओं ने बड़ी संख्यां मेंअपने मत दिये. करीब साठ प्रतिशत मत देकर जनता ने महागंठबन्धन के पक्ष में अपना समर्थन दिया है.उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष श्री राहुल गांधी, बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार एवं राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने राज्य के कोने–कोने में चुनावी रैली एवं आम जनता से जन–सम्पर्क कर, भाजपा के झूठे वायदों से उन्हें अवगत कराया. प्रधानमंत्री ने मार्च–अप्रैल 2014 में लोक सभा चुनाव के दौरान बिहार सहित भारत के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर वायदा किया था कि अगर केन्द्र में उनकी सरकार बनती है, तो एक सौ दिनों के भीतर कालाधन वापस लाकर प्रत्येक नागरिक के खाते में 15 लाख रूपये जमा करेंगे, मंहगाई तथा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने एवं प्रत्येक वर्ष दो करोड़ नौजवानों के लिये नौकरी सृजन करने की प्रतिबद्धता जताई थी. उनके सत्तासीन हुए 17 महीने हो गये, लेकिन अपनी रैलियों में इन वायदों का जिक्र तक नहीं किया. वे दावा करते रहें की बिहार में भाजपा सत्ता में आती है, तो इसे देश का सबसे विकसित राज्य बनायेंगे. आज मंहगाई का आलम यह है कि दाल, प्याज एवं खाद्य तेल आम जनता एवं मध्यम वर्ग की पहुंच से बाहर चला गया है. मध्य प्रदेश में व्यापम घोटाला, राजस्थान में खदान आबंटन घोटाला और महाराष्ट्र के घोटाले पर प्रधानमंत्री मौन धारण किये रहें. दूसरी ओर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कहते रहें कि ये घोशणाएं चुनावी जुमले हैं.