अज्ञात बीमारी से मरनेवाले बच्चों की संख्या हुई चार
अज्ञात बीमारी से मरनेवाले बच्चों की संख्या हुई चार देवान परसा में चौथे बच्चे की मौत पर भी बीमारी का पता नहीं बच्चों के गांव लौटने के बाद, गांव में नहीं रहना चाह रहे परिजन दोनों बच्चों की हालत में सुधार गांव लौटने पर बच्चों की जांच के लिए नियुक्त हुए डॉक्टरफोटो न. 18, 19 […]
अज्ञात बीमारी से मरनेवाले बच्चों की संख्या हुई चार देवान परसा में चौथे बच्चे की मौत पर भी बीमारी का पता नहीं बच्चों के गांव लौटने के बाद, गांव में नहीं रहना चाह रहे परिजन दोनों बच्चों की हालत में सुधार गांव लौटने पर बच्चों की जांच के लिए नियुक्त हुए डॉक्टरफोटो न. 18, 19 संवाददाता, देवान परसाफुलवरिया प्रखंड की देवान परसा दलित बस्ती में पांव पसार रही अज्ञात बीमारी ने लोगों का जीना हराम कर दिया है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग अभी तक बीमारी का पता लगाने में नाकाम साबित हुआ है. स्वास्थ्य महकमा इसे फूड प्वाइजनिंग का मामला बता रहा है. एक-एक कर चार बच्चों की मौत ने उसके इस दावे को खोखला साबित कर दिया है. डॉक्टर अब भी इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर बच्चों की मौत का रहस्य क्या है. वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार की देर शाम अज्ञात बीमारी की चपेट में आने के कारण एक और बच्चे की मौत हो गयी, जबकि अज्ञात बीमारी की चपेट में आये दोनों बच्चों की स्थिति में सुधार होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है. दोनों बच्चे वापस गांव आ गये हैं. लेकिन, अपने तीन – तीन बच्चों को गंवा देने के बाद परिजन गांव में नहीं रहना चाह रहे हैं. मेडिकल टीम कर रही निगरानीस्वास्थ्य विभाग की टीम देवान परसा गांव में कैंप कर रही है. छह सदस्यीय टीम सफाई पर भी निर्देश भी दे रही है. दलित बस्ती में बने आंगनबाड़ी केंद्र पर सिविल सर्जन के निर्देश पर डॉक्टरों की टीम कैंप कर रही है. डॅक्टरों की टीम को आदेश दिया गया है कि बच्चों में अगर किसी भी तरह के कोई भी लक्षण दिखे, तो उसकी तुरंत जांच की जाये.बीमारी से ग्रसित दोनों बच्चे लौटे गांव अज्ञात बीमारी की चपेट में आये राजेश राम के दोनों बच्चे सोनीलाल राम एवं नेहा कुमारी शनिवार को अस्पताल से अपने गांव आ गये हैं. बच्चों के गांव आने के बाद उन्हें देखने के लिए गांव में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. लोगों के बीच इस बात की राहत है कि राजेश के दोनों बच्चे बच गये. राजेश ने बताया कि इस हादसे के बाद वो टूट गया है. गांव में रहने का मन नहीं कर रहा है. बोले सिविल सर्जन देवान परसा गांव में इनफेक्शन के कारण बच्चों की मौत हुई है. बीमार अन्य बच्चों की सेहत में सुधार हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप कर रही है.डॉ मधेश्वर प्रसाद शर्मा