बिहार की सुरक्षा को लेकर नश्चितिं रहें सुशील मोदी : संजय सिंह
बिहार की सुरक्षा को लेकर निश्चिंत रहें सुशील मोदी : संजय सिंहसंवाददाता, पटनाजदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी बिहार की सुरक्षा को लेकर निश्चिंत रहें. जमुई में मूर्ति चोरी की घटना होते ही सरकार ने इसके जांच के आदेश दे दिये. सुशील मोदी को ये […]
बिहार की सुरक्षा को लेकर निश्चिंत रहें सुशील मोदी : संजय सिंहसंवाददाता, पटनाजदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी बिहार की सुरक्षा को लेकर निश्चिंत रहें. जमुई में मूर्ति चोरी की घटना होते ही सरकार ने इसके जांच के आदेश दे दिये. सुशील मोदी को ये पता होना चाहिए कि इस घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आईजी को इस घटना की जांच के लिए भेजा है. सुशील मोदी इस बात का विश्वास रखे कि चोर कहीं भी हो बिहार की पुलिस उनको पकड़ लेगी. बिहार सरकार के पास इतने साधन और संसाधन है कि वो इन तस्करों को पकड़ लेगी. थोड़े ही दिन ये मूर्ति चोर सलाखों के पीछे होंगे. सुशील मोदी को थोड़ा धैर्य रखने कि जरूरत है वो अपने आपा को इस कदर से खोयेंगे तो उनकी साख पर कोई विश्वास नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी के बयानों को पढ़ कर और सुनकर बहुत ही अफ़सोस होता है । मामूली चोरी की घटना को भी ऐसे बढ़ा-चढ़ा कर बता रहे हैं जैसे इससे बड़ी कोई घटना ही न घटी हो. अब बिहार भाजपा में इनके कद को छोटा किया जा रहा है तो ये किसी ना किसी मुद्दे के जरिये सरकार पर हमला करेंगे, लेकिन नीतीश सरकार में सब कुछ इतने बेहतर तरीके से हो रहा है कि अब सुशील मोदी मुद्दा विहीन हो गये हैं. अब सुशील मोदी के पास कोई ऐसा मुद्दा है ही नहीं कि वो सरकार पर हमला कर सके. बिहार की सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक विकसित बिहार बनने कि तैयारी में हैं. संजय सिंह ने कहा कि सुशील मोदी पूर्व केंद्रीय मंत्री फारुख अब्दुल्ला के बारे में बोल रहे हैं, जिन्होंने जो हालात देखे उसपर अपना बयान दिया, लेकिन सुशील मोदी कभी भाजपा के उन नेताओं के बारे में नहीं बोलते हैं जो अपनी जुबान से देश में आग लगाने को तैयार रहते हैं. सुशील मोदी को तो भाजपा के योगी आदत्यिनाथ, साक्षी महाराज, गिरिराज सिंह, साध्वी निरंजना जैसे भाजपा के नेता के बारे में भी खुलकर बोलना चाहिए. ये नेता जब बोलते हैं देश में उन्माद की स्थिति हो जाती है. भाजपा के ये नेता कभी भी जोड़ने की बात नहीं करते हैं, जब भी इनकी जुबान खुली है तो जहर निकला है.