फिर महंगी हुई चूल्हे की आग- बटाम लगाएं

फिर महंगी हुई चूल्हे की आग- बटाम लगाएंरसोई गैस के मूल्य बढ़ने से महिलाओं में आक्रोशबिगड़ा घर का बजट : पहले दाल-प्याज, अब रसोई गैस निकाल रही आंसूगोपालगंज. महंगाई की मार से रसोई का बजट लगातार बिगड़ता जा रहा है. सरकार ने रसोई गैस सिलिंडरों के दाम में इजाफा कर दिया है. घरेलू गैस सिलिंडर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2015 6:37 PM

फिर महंगी हुई चूल्हे की आग- बटाम लगाएंरसोई गैस के मूल्य बढ़ने से महिलाओं में आक्रोशबिगड़ा घर का बजट : पहले दाल-प्याज, अब रसोई गैस निकाल रही आंसूगोपालगंज. महंगाई की मार से रसोई का बजट लगातार बिगड़ता जा रहा है. सरकार ने रसोई गैस सिलिंडरों के दाम में इजाफा कर दिया है. घरेलू गैस सिलिंडर की कीमत में 62 रुपये, तो काॅमर्शियल सिलिंडर 108.50 रुपये की वृद्धि हुई है. सरकार के इस फैसले गृहिणियों में आक्रोश है. केंद्र सरकार ने रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी कर दी. इससे शहर के 56 हजार घरों की रसोई का बजट गड़बड़ा गया है. हालांकि दाम बढ़ाने के साथ ही सरकार ने सब्सिडी भी बढ़ायी है. बढ़ी हुई कीमतें लागू हो जायेंगी. रसोई गैस सिलिंडर के दाम बढ़ने से गृहिणियों का पारा गरम हो गया है. पहले से ही महंगाई चरम पर थी. महंगाई के बीच रसोई गैस के दाम ने किचेन में किचकिच बढ़ा दिया है. क्या कहते हैं संचालकरसोई गैस व काॅमर्शियल गैस सिलिंडर के बढ़े दाम सोमवार रात 12 बजे से लागू हो गया. आल इंडिया एलपीजी फेडरेशन ने इसको लागू कर दिया है. अब उपभोक्ताओं को बढ़े हुए दाम पर ही एजेंसी से रसोई गैस सिलिंडर मिलेंगे. मो मन्नान, उमर गैस एजेंसी एक नजर में रसोई गैसपहले सब्सिडी अब सब्सिडी1402 किलो गैस – 611 172.18 673 234.18काॅमार्शियल गैस- 1223 00 1331 00 कहती हैं गृहिणियां महंगाई की वजह से लोग पहले की हलकान थे. अब रसोई गैस सिलेंडर का दाम बढ़ने से और भी परेशानियों बढ़नेवाली है. पहले से ही सब्जी, दाल, प्याज की दाम ने हर घर को महंगाई की आग में झुलसाया. अब रसोई गैस आंसू निकाल रही है. फोटो-19, किरण देवी, वार्ड पार्षद सरकार महंगाई को नियंत्रित करने के बजाय उसे बढ़ा रही है. रसोई गैस का दाम बढ़ा कर सरकार ने महंगाई को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है. इससे अन्य सामग्री भी महंगी होगी. महंगाई की आग हर घर तक पहुंच चुकी है. खास कर गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार को सबसे अधिक इससे जूझना पड़ रहा है. फोटो-20, रेणु गुप्ता

Next Article

Exit mobile version