एनएच 28 पर जाम से चीनी मिल परेशान

संवाददाता ,गोपालगंज इस्ट वेस्ट कोरिडोर परियोजना पर ग्रहण लगने से जजर्र हालात में पहुंच चुके एनएच 28 का दंश कल तक राहगीर और गाड़ीचालक ही भुगतते थे. अब एनएच का दंश चीनी मिलों को भी भुगतना पड़ेगा . गन्ना पेराई पर विकृत सड़क विपरीत प्रभाव डालेगी. हालांकि अभी मिलों में गन्ना पेराई का कार्य शुरू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2013 10:37 PM
संवाददाता ,गोपालगंज
इस्ट वेस्ट कोरिडोर परियोजना पर ग्रहण लगने से जजर्र हालात में पहुंच चुके एनएच 28 का दंश कल तक राहगीर और गाड़ीचालक ही भुगतते थे. अब एनएच का दंश चीनी मिलों को भी भुगतना पड़ेगा . गन्ना पेराई पर विकृत सड़क विपरीत प्रभाव डालेगी. हालांकि अभी मिलों में गन्ना पेराई का कार्य शुरू नहीं हुआ है, लेकिन सड़क की हालात को देखते हुए मिल प्रबंधन और किसान दोनों ही चिंतित है.
गौरतलब है कि विगत एक वर्ष से फोरलेन में निर्माणाधीन एनएच 28 क ी निर्माण कंपनी कार्य द्वारा काम बंद है, तब से एनएच 28 गड्ढों में तब्दील हो गयी है. उधर डुमरिया पुल जजर्र हाल में है. पुल पर और सोनबरसा से लेकर कुचायकोट तक जाम का लगना विगत तीन माह से जारी है. सड़क मरम्मत को लेकर एनएचएआइ एवं प्रशासन द्वारा घोषणा तो की गयी, लेकिन एक दो दिनों के कार्य के बाद मरम्मत करना बंद कर दिया गया है. जिले के तीन चीनी मिलों क्रमश: सिधवलिया , गोपालगंज और सासामुसा में जिले के अलावा 40 फीसदी गन्ना चंपारण से आता है. सड़क की बिगड़ी हालात से इस बार गन्ना मिलों तक पहुंचने की दूर- दूर तक गुंजाइस नहीं दिख रही है. ऐसे में निर्धारित अवधि तक मिलों के चलने पर, जहां ग्रहण दिख रहा है, वहीं किसानों के गन्ना पेराई पर भी संशय है.किसानों का कहना है कि यदि स्थिति नहीं सुधरेगी तो गन्ना मिलों में पहुंचने के बजाय खेतों मे ही रह जायेगा . ऐसे में न सिर्फ किसानों की ही दशा बिगड़ी है, बल्कि मिलों को भी विकट स्थिति से जूझना होगा .

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