मीरगंज में 17 साल में तीन गुना बढ़े घर -फ्लायर
मीरगंज में 17 साल में तीन गुना बढ़े घर -फ्लायरनगर पंचायत के होल्डिंग सर्वे से हुआ खुलासातेजी से बढ़ रही मीरगंज नगर की आबादीफोटो नं -3 मीरगंज शहर में बेतरतीब ढंग से बने घरसंवाददाता, मीरगंज1998 के बाद मीरगंज नगर में पहली बार हो रहे होल्डिंग सर्वे में घरों की संख्या तीन गुना से ज्यादा बढ़ […]
मीरगंज में 17 साल में तीन गुना बढ़े घर -फ्लायरनगर पंचायत के होल्डिंग सर्वे से हुआ खुलासातेजी से बढ़ रही मीरगंज नगर की आबादीफोटो नं -3 मीरगंज शहर में बेतरतीब ढंग से बने घरसंवाददाता, मीरगंज1998 के बाद मीरगंज नगर में पहली बार हो रहे होल्डिंग सर्वे में घरों की संख्या तीन गुना से ज्यादा बढ़ गयी. आबादी में तेजी से विस्तार हो रहा है, लेकिन सुविधाओं में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. शहर में लोगों ने मानक की परवाह किये बिना अपनी सुविधाओं के अनुरूप घरों का निर्माण करा लिये हैं. अब नगर पंचायत के समक्ष इसे व्यवस्थित करना मुश्किल हो रहा है. शहर का रूप देने की तैयारी में जुटी नगर पंचायत ने घरों का सर्वे कराया है. सर्वे रिपोर्ट काफी चौंकानेवाला है. सर्वे केे बाद आयी रिपोर्ट का आंकड़ा बता रहा है कि इसमें सबसे ज्यादा घरों की वृद्धि के मामले में वार्ड नं. 3 रहा है. यहां 262 नये घरों के बनने की बात सामने आयी है. वहीं, वार्ड न. 7 तथा 6 में क्रमश: दो और एक घर नये बने हैं. हालांकि ये आंकड़े अभी प्रारंभिक हैं. यह बात स्पष्ट हो गयी है कि विगत 17 साल से मीरगंज नगर में कुल 290 घरों के होने का रेकाॅर्ड दर्ज है, जिनसे होल्डिंग टैक्स भी वसूला जाता है. यदि नगर प्रशासन की अनुमति को आधार माना जाये, तो नये घराें की संख्या में ज्यादा-से-ज्यादा 150 घरों की वृद्धि होनी चाहिए. इससे जाहिर होता है कि अधिकतर घर बिना नगर प्रशासन की स्वीकृति के बने हैं. अनधिकृत आंकड़ों के मुताबिक वार्ड एक में नये घरों की संख्या 85, वार्ड दो में 92, वार्ड चार में 59, वार्ड पांच में 16, वार्ड दस में 20, वार्ड 13 में 53, वार्ड 14 में 74 से ज्यादा बढ़ी है. कार्यपालक पदाधिकारी कुमकुम श्रीवास्तव ने बताया कि होल्डिंग सर्वे की अधिकृत रिपोर्ट की शीघ्र समीक्षा की जायेगी. इसके बाद टैक्सेसन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.