सेहत के सौदागरों ने ली महिला की जान
सेहत के सौदागरों ने ली महिला की जानपैसे के खेल में गंभीर बता मरीज को कर दिया गया रेफरआशा व एएनएम ने बहला-फुसला कर पहुंचा दिया निजी क्लिनिकबैकुंठपुर. प्रखंड में सक्रिय सेहत के सौदागरों ने एक महिला की जान ले ली. महिला महम्मदपुर थाने के मझवलिया गांव निवासी मुन्ना सिंह की पत्नी 35 वर्षीया कविता […]
सेहत के सौदागरों ने ली महिला की जानपैसे के खेल में गंभीर बता मरीज को कर दिया गया रेफरआशा व एएनएम ने बहला-फुसला कर पहुंचा दिया निजी क्लिनिकबैकुंठपुर. प्रखंड में सक्रिय सेहत के सौदागरों ने एक महिला की जान ले ली. महिला महम्मदपुर थाने के मझवलिया गांव निवासी मुन्ना सिंह की पत्नी 35 वर्षीया कविता देवी की मौत से कई सवाल उठे हैं. सरकारी अस्पताल से ही रैकेट के द्वारा मरीजों को अपने प्रभाव में लेकर निजी अस्पतालों में पहुंचाने के खेल का खुलासा हुआ है. पूरे घटनाक्रम पर नजर डालें, तो स्पष्ट होगा कि प्रसव की अवधि पूरा होने पर कविता को बैकुंठपुर पीएचसी में भरती कराया गया. वहीं, से सेहत के सौदागरों का खेल शुरू हुआ, जहां उसकी स्थिति गंभीर बता कर पैसे का मोल-भाव की गयी. इसमें आशा, एएनएम व अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल थे. इसी क्रम में पीएचसी से डाॅक्टरों ने उक्त महिला को गंभीर बता कर रेफर कर दिया. आगे बढ़ कर गांव की आशा शांति देवी ने मरीज को बहला-फुसला कर दिघवादुबौली स्थित एक निजी क्लिनिक में लाकर भरती करा दिया. यहां पैसे की उगाही पर गिद्ध दृष्टि लगी रहती है. आशा व डॉक्टर मरीज की खराब स्थिति को संभाल न सके. परिजनों का आरोप है कि समुचित इलाज के अभाव में महिला की मौत हो गयी है. फर्जी डिग्रीधारी डॉक्टरों की न जांच होती है, न इस पर अंकुश लग पाता है. मरीजों की जान से खिलवाड़ आये दिन होता है. गांव के गरीब व भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बना कर सेहत के सौदागर अपनी झोली भर रहे हैं. सेहत के सौदागरों के बेलगाम प्रैक्टिस पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है.क्या कहते हैं अधिकारीफर्जी डिग्री पर इलाज कर रहे डॉक्टरों पर कार्रवाई की जा रही है. कल ही सिधवलिया में छापेमारी की गयी थी. अभी ग्रामीण इलाकों से फर्जी डॉक्टरों की कुंडली बना कर कार्रवाई की जानी है.डॉ बिंदेश्वर शर्मा, प्रभारी सिविल सर्जन, गोपालगंज