गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस से ट्रैक्टर टकराया

गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस से ट्रैक्टर टकराया पवनी-कमरपुर हाॅल्ट के पास हुआ हादसापांच घंटे तक अप लाइन पर ट्रेनों का परिचालन रहा ठपहादसे में ट्रैक्टर पर बैठा युवक गंभीर रूप से जख्मी गॉर्ड और ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा टलाफोटो-6-क्षतिग्रस्त ट्रैक्टर. फोटो-7-घटनास्थल पर रूकी गुवाहाटी बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन. बक्सर. रविवार की सुबह 9:20 मिनट पर गुवाहाटी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2015 9:08 PM

गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस से ट्रैक्टर टकराया पवनी-कमरपुर हाॅल्ट के पास हुआ हादसापांच घंटे तक अप लाइन पर ट्रेनों का परिचालन रहा ठपहादसे में ट्रैक्टर पर बैठा युवक गंभीर रूप से जख्मी गॉर्ड और ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा टलाफोटो-6-क्षतिग्रस्त ट्रैक्टर. फोटो-7-घटनास्थल पर रूकी गुवाहाटी बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन. बक्सर. रविवार की सुबह 9:20 मिनट पर गुवाहाटी से बीकानेर जा रही 15631 अप ट्रेन से पवनी-कमरपुर हाॅल्ट के पास एक ट्रैक्टर टकरा गया. इससे ट्रैक्टर पर बैठा युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया. वहीं, ट्रेन की एक एसी बोगी भी क्षतिग्रस्त हो गयी. साथ ही चार और डिब्बों को नुकसान हुआ. हादसे के समय ट्रेन की रफ्तार 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे की थी. घटना के बाद ड्राइवर और गॉर्ड दोनों ने सूझबूझ से काम लिया, जिसके कारण बड़ी घटना टल गयी. इस हादसे में एसी बोगी के दो चक्के पटरी से नीचे उतर गये, मगर ड्राइवर ने गाड़ी को ब्रेक लगा कर रोक दिया. ट्रैक्टर पर बैठा युवक राकेश कुमार सिंह जो मंगोलपुर, चौसा का रहनेवाला है पटरी से नजदीक आकर गिरा और उसके सिर में गंभीर चोटें आयीं हैं. पीड़ित का इलाज बक्सर सदर अस्पताल में चल रहा है. हादसे के कारण अप लाइन पर पांच घंटे ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा. मुगलसराय से पहुंची दुर्घटना राहत ट्रेन घटना के बाद सर्वाधिक क्षतिग्रस्त एसी बोगी के आगे के 11 डिब्बों को काट कर चौसा ले जाया गया, ताकि दुर्घटना राहत का काम चलाया जा सके. बाद में मुगलसराय से दुर्घटना राहत ट्रेन मंगायी गयी, जिस पर 50-60 रेल कर्मी अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर आये और आते ही युद्ध स्तर पर राहत कार्य में जुट गये. राहत दल ने सबसे पहले पटरी से नीचे उतरे एसी बोगी के दोनों चक्कों को पटरी पर लाने का काम किया और फिर ट्रैक से टूट कर टकरा रही बैटरी बॉक्स को काट कर अलग किया. इस पूरे अभियान को डीएमई पावर इकबाल अहमद और मुख्य लोको निरीक्षक सुरेंद्र पांडेय ने नेतृत्व दिया और करीब घंटे भर में यह कार्य पूरा कर लिया गया. बाद में काट कर ले जायी गयी 11 बोगियों को फिर ट्रेन से जोड़ा गया और फिर आगे ले जाया गया. क्षतिग्रस्त एसी बोगी, चूंकि तेज गति के लायक नहीं थी, इसलिए इस बोगी को फिर चौसा ले जाकर अलग किया गया और फिर मुगलसराय में ले जाकर नयी थ्री टॉयर एसी का डिब्बा जोड़ कर ट्रेन को गंतव्य की ओर ले जाया गया.

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