जमानत पर सतीश पांडेय रिहा
जमानत पर सतीश पांडेय रिहाचनावे जेल गेट पर विधायक भाई ने समर्थकों के साथ किया स्वागतफोटो – 9 – जेल के गेट पर माला पहना कर स्वागत करते विधायक एवं अन्यसंवाददाता, गोपालगंजचनावे स्थित गोपालगंज जेल में पिछले पांच वर्षों से बंद सतीश पांडेय जमानत पर सोमवार की दोपहर रिहा हुए. इसकी खबर फैलते ही हजारों […]
जमानत पर सतीश पांडेय रिहाचनावे जेल गेट पर विधायक भाई ने समर्थकों के साथ किया स्वागतफोटो – 9 – जेल के गेट पर माला पहना कर स्वागत करते विधायक एवं अन्यसंवाददाता, गोपालगंजचनावे स्थित गोपालगंज जेल में पिछले पांच वर्षों से बंद सतीश पांडेय जमानत पर सोमवार की दोपहर रिहा हुए. इसकी खबर फैलते ही हजारों की संख्या में समर्थकों की भीड़ जेल गेट पर उमड़ पड़ी. जैसे ही सतीश पांडेय जेल के मेन गेट से बाहर निकले की उत्साहित भीड़ नारेबाजी करने लगी. कुचायकोट के जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय और उनके समर्थकों ने भव्य स्वागत की तैयारी की थी. सतीश पांडेय को मिठाइयां खिला कर अबीर का चंदन लगाया गया. उन्हें माला पहना कर स्वागत किया गया. उन्हें लग्जरी वाहन में बैठा कर हथुआ के लिए ले जाया गया. प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था उत्साहित समर्थकों के भीड़ के आगे धराशाही हो गया था. जेल के ड्राप गेट के भीतर सैकड़ों की संख्या में लग्जरी गाडि़यां जेल की मुख्य गेट तक पहुंची थीं. जेल परिसर समर्थकों की भीड़ से खचाखच भरा हुआ था. सतीश पांडेय ने 1984 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था. तब मीरगंज में सरेआम दारोगा की हत्या, बिहार के पूर्व मंत्री बृज बिहारी हत्याकांड, सीवान के चर्चित ताहिरा नरसंहार, गोपालपुर की चाड़ी और पूरखास नरसंहार समेत कुल 51 आपराधिक मामले उन पर दर्ज है. 20 अप्रैल, 2010 को सतीश पांडेय ने सुशासन पर भरोसा करते हुए तत्कालीन डीएम कुलदीप नारायण तथा एसपी केएस अनुपम के समझ एके-47 के साथ सरेंडर किया था. रिहाई के मौके पर मुख्य रूप से कटेया के प्रखंड प्रमुख पति आनंद मिश्रा, राजन तिवारी, श्याम बिहारी पांडेय, विकास मिश्र, अमित, बुलेट तिवारी समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे. क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी” सतीश पांडेय के जमानत पर रिहा होने के बाद पुलिस गोपनीय स्तर पर उनके कार्यों पर नजर रखेगी. अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी पायी गयी, तो पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी. निताशा गुड़िया, एसपी, गोपालगंज