पटना में वेटनरी वश्विवद्यिालय की होगी स्थापना
पटना में वेटनरी विश्वविद्यालय की होगी स्थापना(यह खबर डेवलप होगी)सीएम की बैठक में हुआ निर्णयनगर पंचायत तक सूधा दूध की होगी बिक्री तालाबों में मछली पालन के लिए सालों भर पानी के इंतजाम का निर्देशसंवाददाता, पटनाराज्य का पहला वेटनरी विश्वविद्यालय पटना में स्थापित होगा. यह निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पशु एवं मत्स्य […]
पटना में वेटनरी विश्वविद्यालय की होगी स्थापना(यह खबर डेवलप होगी)सीएम की बैठक में हुआ निर्णयनगर पंचायत तक सूधा दूध की होगी बिक्री तालाबों में मछली पालन के लिए सालों भर पानी के इंतजाम का निर्देशसंवाददाता, पटनाराज्य का पहला वेटनरी विश्वविद्यालय पटना में स्थापित होगा. यह निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक में लिया. यह विश्वविवद्यालय पटना वेटनरी कॉलेज परिसर में स्थापित होगा. इससे राज्य में पशुपालन व डेयरी उद्योग का विस्तार होगा. समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सहकारिता और पशु संसाधन विभाग की योजनाओं व कार्यक्रम की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी और आवश्यक दिशानिर्देश दिया. विभागवार समीक्षा बैठक का सिलसिला 29 दिसंबर तक चलेगा. हर दिन तीन विभागों की समीक्षा होनी है. पहले दिन सहकारिता और पशु संसाधन विभागों के साथ कृषि विभाग की भी समीक्षा होनी थी, लेकिन विभागीय मंत्री रामविचार राय के देर से दिल्ली से पटना पहुंचने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया. समीक्षा बैठक के बाद पशु संसाधन मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के वेटनरी विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है. इसकी स्थापना से पशुपालन के क्षेत्र में शोध और इसका लाभ राज्य के लोगों को मिलेगा. बैठक में मुख्यमंत्री ने सुधा दूध और अन्य उत्पाद की बिक्री अब नगर पंचायत स्तर पर शुरू करने का निर्णय लिया. अब तक सिर्फ जिला स्तर पर और बड़े शहरों में ही सूधा दूध की बिक्री हो रही है. सरकार के इस निर्णय से जहां लोगों को सुदूर क्षेत्रों तक दूध उपलब्ध होगा, वहींं पशुपालकों को दूध की उचित कीमत और बाजार उपलब्ध हो जायेगा. मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य के तालाबों में मछली पालन के लिए सालों भर पानी के इंतजाम का निर्देश दिया है. इसके लिए उन्होंने तालाबों के पास ट्यूबवेल और सोलर इनर्जी से चलने वाला पंप स्थापित करने का निर्देश दिया है. श्री सिंह ने कहा कि विभाग की ओर से स्कूलों में सुधा का दूध पाउडर की सप्लाइ करने का सुझाव दिया, ताकि इससे खीर बना कर मीड डे मिल में बच्चों को खिला जा सके. इससे कंफेड द्वारा उत्पादित दूध पाउडर की खपत भी होगी और बच्चों का कुपोषण भी दूर किया जा सकेगा, लेकिन मुख्यमंत्री इस पर फिलहाल सहमति नहीं दी है. समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने दोनों विभागों की गतिविधियां, प्रगति रिपोर्ट और प्रशासनिक ढांचे के बारे में प्रजेंटेशन भी देखा.