भाजपा से नहीं चाहिए गरीब परस्त सरकार होने का प्रमाण पत्र : चंद्रशेखर

भाजपा से नहीं चाहिए गरीब परस्त सरकार होने का प्रमाण पत्र : चंद्रशेखरभूकंपरोधी भवन निर्माण के लिए आपदा प्रबंधन विभाग का बढ़ेगा हस्तक्षेपसंवाददाता, पटनाआपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री चंद्रशेखर ने कहा है कि राज्य की सरकार को भाजपा या विपक्ष के नेता प्रेम कुमार से गरीब परस्त होने के प्रमाण पत्र नहीं चाहिए. उन्होंने कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 6:36 PM

भाजपा से नहीं चाहिए गरीब परस्त सरकार होने का प्रमाण पत्र : चंद्रशेखरभूकंपरोधी भवन निर्माण के लिए आपदा प्रबंधन विभाग का बढ़ेगा हस्तक्षेपसंवाददाता, पटनाआपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री चंद्रशेखर ने कहा है कि राज्य की सरकार को भाजपा या विपक्ष के नेता प्रेम कुमार से गरीब परस्त होने के प्रमाण पत्र नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता प्रेम कुमार कहा है कि सरकार आपदा से बचाव के सरकार का काम नहीं दिख रहा है. उन्होंने कहा कि आपदा के घड़ी आने पर सरकार के बचाव का काम उन्हें दिखेगा. ठंड आये बिना सरकार कंबल लेकर नहीं घूम सकती है. वे अपने विभागीय कार्यालय में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. श्री कुमार के बयान को गैर जिम्मेदाराना बयान कहते हुए उन्होंने कहा कि फिलहाल शीतलहर जैसी स्थिति नहीं है. समय आने पर विभाग मुस्तैदी से राहत और बचाव का काम करेगा. उन्होंने कहा कि शीतलहर से बचाव के लिए गरीबों को कंबल देने के लिए जिलों को निर्देश दे दिया गया है. समाज कल्याण विभाग द्वारा कंबल उपलब्ध कराया जायेगा.एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि ठंड से बचाव के लिए जिलों को अलाव जलाने के लिए 28 लाख रुपये उपलब्ध करा दिया गया है. विभाग इसकी नियमित मोनिटरिंग करेगा. राज्य में भूकंप से बचाव के लिए भूकंपरोधी मकान बनाने संबंधी एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि व्यापक पैमाने पर भूकंपरोधी भवन बने, इसके लिए लोगों को भूकंपरोधी मकान बनाना आवश्यक है. इसके लिए जल्द ही मकान बनाने में आपदा प्रबंधन विभाग का हस्तक्षेप बढ़ाया जायेगा, ताकि लोग भवन निर्माण में भूकंपरोधी तकनीकी का उपयोग करे. उन्होंने कहा कि सरकारी भवनों काे भूकंप से बचाव के लिए पूाने भवनों को रेट्रोफिटिंग (भूकंप सहने लायक ) बनाने की योजना पर काम शुरू हो गया है. पत्रकार सम्मेलन में विशेष सचिव अनिरुद्ध कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी विपिन कुमार राय आदि माैजूद थे.

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