मूर्ति तस्करों की होगी स्पीडी ट्रायल

मूर्ति तस्करों की होगी स्पीडी ट्रायल- अब ऐसे सभी मामलों की जांच करेगा आर्थिक अपराध इकाई- सीआइडी से लेकर इन मामलों के जांच का जिम्मा सौंपा गया इओयू को- सभी जिलों को ऐसे कांडों का डोजियर तैयार करने को कहा गयासंवाददाता, पटनाराज्य में पिछले कुछ महीनों में मंदिरों से भगवान की मूर्तियां या गहनों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2015 6:42 PM

मूर्ति तस्करों की होगी स्पीडी ट्रायल- अब ऐसे सभी मामलों की जांच करेगा आर्थिक अपराध इकाई- सीआइडी से लेकर इन मामलों के जांच का जिम्मा सौंपा गया इओयू को- सभी जिलों को ऐसे कांडों का डोजियर तैयार करने को कहा गयासंवाददाता, पटनाराज्य में पिछले कुछ महीनों में मंदिरों से भगवान की मूर्तियां या गहनों की चोरी का सिलसिला बढ़ गया है. इन कांडों को अंजाम देनेवाले सभी मूर्ति तस्करों या चोरों का स्पीडी ट्रायल कराया जायेगा. पुलिस मुख्यालय ने ऐसे मामलों में शामिल सभी आरोपितों की पहचान कर इनकी जल्द गिरफ्तारी का आदेश दिया है. इसके अलावा राज्य में अब इस तरह के कांडों का अनुसंधान आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) को सौंपा गया है. पहले ऐसे मामलों की जांच सीआइडी करती थी. अब इओयू राज्य में मंदिर के अलावा तमाम एेतिहासिक स्थल, दुर्लभ या प्राचीनतम कलाकृतियां और पेंटिंग की होनेवाली तस्करी, चोरी या डकैती से जुड़े तमाम अपराधों की जांच करेगा. जिन मामलों के तार राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर से जुड़े हुए हैं, उनकी जांच करने के लिए सीबीआइ की स्पेशल विंग से भी मदद ली जायेगी.जिलों को दिया यह निर्देशजिन-जिन जिलों में ऐतिहासिक स्थल या मंदिर मौजूद हैं. उन जिलों को ऐसे स्थानों की चौकसी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. ऐतिहासिक स्थल और मंदिरों के पास रात में खासतौर से पैट्रोलिंग करने को कहा गया है. चौकीदारों को रात के समय इन स्थानों पर भी तैनात करने को कहा गया है. शहरी क्षेत्रों में ऐसे मंदिर जिस थाना क्षेत्र में पड़ते हैं, उन पर खासतौर से नजर रखने को कहा है.सभी जिलों से मांगी गयी जानकारीइओयू ने सभी जिलों के एसपी से हाल में हुई मूर्तियों या मंदिरों से हुई गहनों की चोरी का विस्तृत ब्योरा भेजने को कहा है. साथ ही सभी जिलों में पिछले पांच साल के दौरान हुई मूर्तियों की चोरी से संबंधित जानकारी भी देने को कहा गया है. किस मामले में कब-कब किनकी गिरफ्तारी हुई है और गिरफ्तार हुए अपराधी वर्तमान में कहां है, इसका ब्योरा भी भेजने को कहा है. पांच साल में 200 से ज्यादा मूर्तियां चोरीपिछले पांच साल के दौरान राज्य में 200 से ज्यादा ऐतिहासिक मूर्तियों की चोरी हो चुकी है. इसमें सबसे ज्यादा चोरी नालंदा जिले से हुई है. इसके बाद नवादा, गया समेत अन्य जिलों का नंबर आता है. सभी मामलों खासकर बड़े और महत्वपूर्ण मामलों में संबंधित जिलों को ‘डोजियर’ तैयार करने को कहा गया है. इसके आधार पर ही इओयू तहकीकात शुरू करेगा. इसमें बड़ी संख्या में ऐसे मामले भी हैं, जो दर्ज ही नहीं हुए हैं. बौद्ध स्थलों से चोरी हुई बड़ी संख्या में मूर्तियों का कोई हिसाब ही नहीं है और न ही कोई मामला दर्ज है. हाल में हुए कुछ चर्चित मामले- जमुई जिले के लछुआर मंदिर से भगवान महावीर की ऐतिहासिक मूर्ति की चोरी, बाद में बरामद- रोहतास के बिक्रमगंज के शिवपुर स्थान से सीता और लक्ष्मण की मूर्तियां चाेरी, बाद में खेत से बरामद- गया जिले के अतरी थाना क्षेत्र से एेतिहासिक मूर्ति की चोरी, बरामदगी नहीं – मुजफ्फरपुर में ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र स्थित महालक्ष्मी मंदिर से गहना, मुकुट समेत जेवर की चोरी, सुराग का पता नहीं- कहलगांव स्थित एक प्राचीन मंदिर से मूर्ति की चोरी, कोई सुराग नहीं.इतनी मूर्ति और जेवर चोरी हुए मंदिरों सेसाल मामले2011 302012 622013 652014 282015 13 (लगभग) कोट में………सभी जिलों के एसपी को इस आदेश से संबंधित पत्र भेज दिया गया है. जिलों को ऐतिहासिक मूर्तियों की सुरक्षा के मामले में मुस्तैद रहने के साथ-साथ पिछले कांडों से जुड़ी जानकारी एकत्र करने को भी कहा गया है. इओयू की टीम को इस काम में खासतौर से लगाया गया है. तस्करों के नेटवर्क का पता करना और उन्हें गिरफ्तार करना प्राथमिकता होगी.जितेंद्र सिंह गंगवार (आइजी, इओयू)

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