शराबबंदी को ले कर जनता को भरमाना बंद करे नीतीश : उपेंद्र कुशवाहा
शराबबंदी को ले कर जनता को भरमाना बंद करे नीतीश : उपेंद्र कुशवाहाबिहार की जनता पूर्ण शराबबंदी चाहती है, न कि सरकार द्वारा शराब की दुकान ! सरकार स्पष्ट करे वह शराब बेचेगी या इसके माध्यम से एक बार पुन: बिहार के युवाओं को शराबी बनायेगी संवाददाता, पटना राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष […]
शराबबंदी को ले कर जनता को भरमाना बंद करे नीतीश : उपेंद्र कुशवाहाबिहार की जनता पूर्ण शराबबंदी चाहती है, न कि सरकार द्वारा शराब की दुकान ! सरकार स्पष्ट करे वह शराब बेचेगी या इसके माध्यम से एक बार पुन: बिहार के युवाओं को शराबी बनायेगी संवाददाता, पटना राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को नीतीश कुमार से शराबबंदी के सवाल पर आम जनता को भरमाना बंद करने का कहा है. उन्होंने कहा है कि कि पूर्ण शराबबंदी की घोषणा करने वाले नीतीश कुमार कभी देशी शराब बंद, तो कभी सरकार बेचेगी की बात कह, जनता को मूर्ख बनाना बंद करें. बिहार की जनता पूर्ण शराबबंदी चाहती है, न कि सरकार द्वारा शराब की दुकान! नीतीश कुमार को इस मामले में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि अब उनकी सरकार कौन–कौन काम करेगी, शराब बेचेगी या इसके माध्यम से एक बार पुन: बिहार के युवाओं को शराबी बनायेगी. पटना हवाई अड्डा पर वे पत्रकारों से अनौपचारिक बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बिहार की शिक्षा का स्तर काफी गिर चुका है. जब तक शिक्षा का स्तर नहीं उठेगा, तब- तक बिहार शिक्षा क्षेत्र में अव्वल नहीं होगा. आज बिहार में शिक्षा व्यापार बन गया है. सरकारी स्कूलों की दुर्व्यवस्था के कारण अब लोग वहां अपने बच्चों को शिक्षा नहीं दिलाना चाहते हैं. इस परिपार्टी को तोड़ने के लिए ही शिक्षा की गुणवत्ता के साथ–साथ रोजगारमुखी शिक्षा की ओर कदम बढ़ाना चाहिए. बिहार में शिक्षकों की गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है. केंद्र सरकार ने रोजगार के क्षेत्र में कई कार्य शुरू किये हैं. बिहार में शिक्षालय के स्थान पर मदिरालय खोलने में ज्यादा व्यस्त रही. यही कारण है कि शिक्षकों की गुणवत्ता पर ध्यान देने में वह असमर्थ रही है.उन्हें उम्मीद है कि है कि बिहार के नये शिक्षा मंत्री इस दिशा में विशेष ध्यान देकर शिक्षा का स्तर उठाने का प्रयास करेंगे. केंद्र सरकार हर संभव सहायता देने को तैयार है. बिहार का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय विक्रमशीला की खोई गरिमा को वापस लाने में केंद्र सरकार ध्यान की कमी नहीं होने देगी.