लीड -वर्जित दवा व ऑपरेशन का उपकरण जब्त
लीड -वर्जित दवा व ऑपरेशन का उपकरण जब्त कार्रवाई . एएनएम के अवैध नर्सिंग होम पर छापेमार, सीलमहिला की मौत के बाद जिला प्रशासन ने उठाया कदम डिप्टी कलक्टर के नेतृत्व में गठित टीम ने की छापेमारी थावे में वर्षों से चल रहा था एएनएम का अवैध नर्सिंग होम फोटो न. 14फोटो न. 15 प्राथमिक […]
लीड -वर्जित दवा व ऑपरेशन का उपकरण जब्त कार्रवाई . एएनएम के अवैध नर्सिंग होम पर छापेमार, सीलमहिला की मौत के बाद जिला प्रशासन ने उठाया कदम डिप्टी कलक्टर के नेतृत्व में गठित टीम ने की छापेमारी थावे में वर्षों से चल रहा था एएनएम का अवैध नर्सिंग होम फोटो न. 14फोटो न. 15 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, थावे में बंध्याकरण के दौरान एक महिला की मौत के बाद जिला प्रशासन सजग हुआ. डीएम के निर्देश पर गठित अधिकारियों की टीम ने शनिवार को एएनएम के अवैध नर्सिंग होम पर छापेमारी की. इस दौरान नर्सिंग होम से ऑपरेशन में इस्तेमाल उपकरण और वर्जित दवाएं मिलीं, जिन्हें जब्त कर अधिकारियों की टीम ने नर्सिंग होम को सील कर दिया. संवाददाता, थावे थावे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत एएनएम गीता देवी के अवैध नर्सिंग होम पर शनिवार को जिला प्रशासन की टीम ने छापेमारी की. इस दौरान अधिकारियों की टीम ने कई ऐसी आपत्तिजनक सामान को जब्त किया, जिसकी अनुमति नर्सिंग होम के पास नहीं थी. अधिकारियों की टीम ने नर्सिंग होम के एक-एक कमरे की तलाशी ली. तलाशी में सरकारी अस्पताल के कई उपकरण और वर्जित सामान मिले हैं. डिप्टी कलक्टर डीपी शाही के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम छापेमारी कर रही थी. छापेमारी के बाद टीम में शामिल अधिकारियों ने बताया कि अवैध रूप से नर्सिंग होम का संचालन किया जा रहा था. नर्सिंग होम में ऑपरेशन के लिए सभी उपकरण और वर्जित सामान रखा गया था. चिकित्सक के बगैर यहां सरकारी अस्पताल की एएनएम ही मरीजों का ऑपरेशन कर रही थी. दवा दुकान भी पायी गयी, जिसकी जांच की जा रही है. छापेमारी के दौरान 12 बेड भी पाये गये. बेड सरकारी अस्पताल के हैं या नहीं, इसकी भी जांच चल रही है. छापेमारी के दौरान डिप्टी कलक्टर के अलावा प्रभारी सिविल सर्जन डॉ विंदेश्वर प्रसाद शर्मा, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ चंद्रिका प्रसाद, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनोज कुमार, अंचल पदाधिकारी अनिल भूषण, थानाध्यक्ष पंकज कुमार और एसआइ अभय कुमार शामिल थे. चिकित्सा प्रभारी की सह पर चल रहा था नर्सिंग होम थावे. थावे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी की सह पर एएनएम का पिछले डेढ़ दशक से नर्सिंग होम का संचालन किया जा रहा था. पीएचसी में आनेवाले मरीजों को बहला – फुसला कर इलाज के लिए एएनएम के निजी नर्सिंग होम में ले जाया जाता था. नर्सिंग में नहीं जानेवाले मरीजों के इलाज में लापरवाही बरती जाती थी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत भी की थी. लेकिन, विभाग ने एएनएम के खिलाफ कार्रवाई नहीं की. थावे थाने के चीतू टोला निवासी प्रियंका देवी के साथ भी गुरुवार की रात ऐसा ही कुछ हुआ. महिला को लेकर परिजन कैंप में ऑपरेशन कराने के लिए आये थे, जहां पर गीता देवी नामक एएनएम ने अपने निजी नर्सिंग होम में ऑपरेशन कराने के लिए दबाव बनाया था. महिला और उसके परिजनों ने निजी अस्पताल में जाने का विरोध किया और सरकारी अस्पताल में ही ऑपरेशन कराने के लिए अड़ गये. इसके कारण चिकित्सक डॉ टीएन सिंह के बदले एएनएम गीता देवी ने ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के बाद प्रियंका देवी की मौत हो गयी थी, जबकि तीन अन्य महिलाओं की हालत खराब हो गयी. हंगामे के बाद डीएम ने कार्रवाई का निर्देश दिया. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इसके पहले बृहत रूप से इस तरह की कार्रवाई नहीं की थी. पहली बार सरकारी अस्पताल में कार्यरत किसी एएनएम के नर्सिंग होम पर डीएम के निर्देश पर गठित टीम ने छापेमारी की है. इस कार्रवाई के बाद से इलाके में अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम संचालकों में हड़कंप मच गया है.