नियोजनालयों का होगा अपना भवन, बढ़ेगा काम
नियोजनालयों का होगा अपना भवन, बढ़ेगा कामनियोजनालय अब बनेगा काउंसेलिंग सेंटरसंवाददाता, पटना सूबे के नियोजनालयों का दिन जल्द बहुरेगा. अब यह सिर्फ नाम दर्ज कराने भर का सेंटर नहीं रहेगा. नियोजनालय का अपना भवन होगा. नियोजनालय की न सिर्फ कार्यक्षमता बढ़ाई जायेगी, बल्कि इसकी भूमिका भी बढ़ेगी. अभी तक नियोजनालय को लेकर मन में जो […]
नियोजनालयों का होगा अपना भवन, बढ़ेगा कामनियोजनालय अब बनेगा काउंसेलिंग सेंटरसंवाददाता, पटना सूबे के नियोजनालयों का दिन जल्द बहुरेगा. अब यह सिर्फ नाम दर्ज कराने भर का सेंटर नहीं रहेगा. नियोजनालय का अपना भवन होगा. नियोजनालय की न सिर्फ कार्यक्षमता बढ़ाई जायेगी, बल्कि इसकी भूमिका भी बढ़ेगी. अभी तक नियोजनालय को लेकर मन में जो खाका है वह यह है कि इधर- उधर बेतरतीब पड़े कागज. निबंधन के लिए कुछ युवाओं की भीड़. लेकिन यह सब अब बदलने वाला है. राज्य में 54 नियोजनालय हैं. सिर्फ एक के पास अपना भवन है. 17 सरकारी भवनों में तथा 6 विभिन्न आइटीआइ में चल रहा है. इस साल अबतक 123805 बेरोजगारों ने निबंधन कराया है. चूंकि नौकरी में नियोजनालय में निबंधन आवश्यक नहीं में इसलिए बेरोजगारों की दिलचस्पी भी कम हो गयी. पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने श्रम संसाधन विभाग की समीक्षा में नियोजनालय की भूमिका बढ़ाने को कहा था. विभाग नियोजनालय को दुरुस्त करने में जुट गया है, इसे एक ऐसा प्लेटफार्म बनाया जायेगा, जहां से युवाओं को कई लाभ मिल सके. अब बेरोजगारी भत्ता लेना हो या नियोजन मेला के जरिये नौकरी लेना हो या शिक्षा ऋण सभी के लिए नियोजनालय में नाम दर्ज होना आवश्यक होगा. नियोजनालय बेरोजगारों का काउंसलिंग करेगा साथ ही वो जिस क्षेत्र में काम करने लायक हैं वहां रोजगार की संभावना भी तलाश करेगा या उसमें मददगार की भूमिका निभायेगा. बेरोजगारों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करेगा. नियोजनालयों को अपडेट किया जायेगा. विभागीय अधिकारियों के अनुसार अपना भवन होने पर कई सुविधा मिल जायेगी.