दल्लिी से यमुना के रास्ते ताजमहल देखने जायेंगे सैलानी :गडकरी
दिल्ली से यमुना के रास्ते ताजमहल देखने जायेंगे सैलानी :गडकरी नयी दिल्ली. देश में जलमार्गों की कमी को स्वीकारते हुए सरकार ने आज कहा कि वह दिन दूर नहीं जब दिल्ली से यमुना के रास्ते सैलानी ताजमहल देखने जायेंगे और इलाहाबाद से पश्चिम बंगाल के हल्दिया की 1620 किलोमीटर की दूरी 120 किलोमीटर प्रति घंटे […]
दिल्ली से यमुना के रास्ते ताजमहल देखने जायेंगे सैलानी :गडकरी नयी दिल्ली. देश में जलमार्गों की कमी को स्वीकारते हुए सरकार ने आज कहा कि वह दिन दूर नहीं जब दिल्ली से यमुना के रास्ते सैलानी ताजमहल देखने जायेंगे और इलाहाबाद से पश्चिम बंगाल के हल्दिया की 1620 किलोमीटर की दूरी 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पूरी की जा सकेगी. केंद्रीय भूतल परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में बताया कि जलमार्गों के लिए उपग्रह से लिंक वाली ‘नदी सूचना प्रणाली’ तैयार की गयी है जिसका उद्घाटन अगले आठ दिन के अंदर संसद से ही किया जायेगा. उन्होंनें ‘राष्ट्रीय जलमार्ग विधेयक 2015′ पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए सदन में यह जानकारी दी. मंत्री के जवाब के बाद सदन ने इस विधेयक को ध्वनिमत से अपनी मंजूरी दे दी. उन्होंने चर्चा के जवाब में कहा कि देश में जल परिवहन पर जरूरी ध्यान नहीं दिया गया, यही वजह है कि हम चीन जैसे देशों से स्पर्धा नहीं कर पाते क्योंकि चीन में 47 प्रतिशत परिवहन जलमार्गों पर आधारित है और इससे वहां मालढुलाई की लागत 10-12 प्रतिशत है और भारत में यह लागत 30 प्रतिशत के आसपास है. उन्होंने कहा, ‘‘लॉजिस्टिक लागत को कम किये बिना ‘मेक इन इंडिया’ का सपना पूरा नहीं किया जा सकता. गडकरी ने कहा कि वह जलमार्गों के निर्माण पर राज्य सरकार के सहयोग से काम करेंगे और यदि कोई राज्य सरकार इस परियोजना में रचि नहीं दिखाती तो वह वहां इस काम को हाथ में नहीं लेंगे.