बिहार-पश्चिम बंगाल के बीच नये रूट पर अगले साल जनवरी से दौड़ेगी बस
बिहार-पश्चिम बंगाल के बीच नये रूट पर अगले साल जनवरी से दौड़ेगी बस बस के परिचालन से यात्रियों को मिलेगी सुविधाप्रस्ताव पर आधिकारिक स्तर पर हुयी बातचीत में बनी सहमति संवाददाता,पटनाबिहार-पश्चिम बंगाल के बीच अब आना-जाना और आसान होगा. बिहार-पश्चिम बंगाल के बीच नये रूट पर सहमति होने से दोनों राज्य के बीच बस परिचालन […]
बिहार-पश्चिम बंगाल के बीच नये रूट पर अगले साल जनवरी से दौड़ेगी बस बस के परिचालन से यात्रियों को मिलेगी सुविधाप्रस्ताव पर आधिकारिक स्तर पर हुयी बातचीत में बनी सहमति संवाददाता,पटनाबिहार-पश्चिम बंगाल के बीच अब आना-जाना और आसान होगा. बिहार-पश्चिम बंगाल के बीच नये रूट पर सहमति होने से दोनों राज्य के बीच बस परिचालन बढ़ेगा. दोनों राज्य सरकार की अनुमति मिलने पर अगले साल जनवरी से बसों का परिचालन संभव होगा. इसके बाद नये रूट पर ऑपरेटर बस का परिचालन शुरू कर सकेंगे. नये रूट पर बस का परिचालन होने से जहां यात्रियों को सुविधा मिलेगी, वहीं राजस्व भी बढ़ेगा. नये रूट को लेकर दोनों राज्यों के परिवहन विभाग के अधिकारियों के बीच नये रूट को लेकर समझौता प्रारूप (ड्राफ्ट) पर सहमति हुई है. पिछले सप्ताह कोलकाता में आधिकारिक स्तर पर बिहार से परिवहन आयुक्त नवीन चंद्र झा व पश्चिम बंगाल के परिवहन विभाग के प्रधान सचिव के बीच बातचीत हुई. दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच नये रूट को लेकर समझौता प्रारूप (ड्राफ्ट) पर सहमति बनी. नये रूट को लेकर अधिकारियों के बीच विभिन्न मुद्दे पर भी चर्चा हुई. समझौता प्रारूप (ड्राफ्ट) पर समझौता होने से अब दोनों राज्य सरकार के स्तर पर केवल सहमति की स्वीकृति आवश्यक है. स्वीकृति मिलने पर एक दर्जन नये रूट पर बसों का परिचालन शुरू हो जायेगा. एक दर्जन रूट पर बनी सहमति दोनों राज्यों के बीच पहले से अन्य रूटों पर बस का परिचालन हो रहा है. इसके अलावा नये रूट को लेकर समझौता प्रारूप (ड्राफ्ट) पर समझौता हुआ है. नये रूट में पटना-सिलीगुड़ी, कोलकाता-पूर्णिया, रायगंज-पूर्णिया, सिलीगुड़ी-मुजफ्फरपुर, रामपुर हाट-कटिहार, कोलकाता-खेसर, सिलीगुड़ी-पटना, ठाकुरगंज-सिलीगुड़ी, पूर्णिया-गलगलिया, किशनगंज-गलगलिया, सुल्तानगंज-मालदा, दरभंगा-सिलीगुड़ी शामिल है. विभागीय सूत्र ने बताया कि नये रूट पर बस के परिचालन को लेकर आधिकारिक स्तर पर हुई बातचीत में सहमति बनी है. अब केवल दोनों राज्य सरकार के स्तर पर सहमति मिलने का इंतजार है. दोनों सरकार के बीच सहमति होने पर अगले साल से नये रूट पर परिचालन हो सकेगा. बिहार का पश्चिम बंगाल, झारखंड व छत्तीसगढ़ के साथ विभिन्न मार्ग पर समझौता है, जहां बस का परिचालन हो रहा है.