कटघरे में खड़ा करेगा पीएमजीएसवाइ ऋण न देनेवाले बैंकों को उद्योग विभाग

कटघरे में खड़ा करेगा पीएमजीएसवाइ ऋण न देनेवाले बैंकों को उद्योग विभाग पीएमजीएसवाइ के तहत ऋण मुहैया कराने को अब भेजेगा दोगुनी अनुशंसाएं अनुशंसा के मुताबिक ऋण न मिला, तो बैंकों की भूमिका सार्वजनिक करेगा विभाग ऋण मुहैया कराने की जिम्मेवारी तय करने को बैंकों के नोडल पदाधिकारियों को लिखा उद्योग विभाग ने कड़ा पत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2015 6:37 PM

कटघरे में खड़ा करेगा पीएमजीएसवाइ ऋण न देनेवाले बैंकों को उद्योग विभाग पीएमजीएसवाइ के तहत ऋण मुहैया कराने को अब भेजेगा दोगुनी अनुशंसाएं अनुशंसा के मुताबिक ऋण न मिला, तो बैंकों की भूमिका सार्वजनिक करेगा विभाग ऋण मुहैया कराने की जिम्मेवारी तय करने को बैंकों के नोडल पदाधिकारियों को लिखा उद्योग विभाग ने कड़ा पत्र संवाददाता, पटनाप्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत ऋण न देने वाले बैंकों को उद्योग विभाग अब कटघरे में खड़ा करेगा. नवंबर, 2013 में बैंकों को पीएमजीएसवाइ के तहत 213 नये उद्योगों को ऋण देने की अनुसंशा की थी, किंतु बैंकों ने दिये महज 36 उद्यमियों को ऋण ! पीएमजीएसवाइ के तहत बैंकों द्वारा ऋण न मुहैया कराये जाने पर उद्योग विभाग ने नाराजगी जतायी है. उद्योग विभाग ने सभी बैंक प्रबंधकों को इस बावत कड़ा पत्र लिखा है. विभाग ने सभी जिला प्रबंधकों को बैंक ऋण के लिए दोगुनी संख्या में अनुशंसा भेजने का निर्देश दिया है. प्रधान मंत्री रोजगीर सृजन कार्यक्रम के तहत बैंकों द्वारा ऋण न दिये जाने का मामला अब हर महीने उद्योग विभाग सार्वजनिक करेगा. यही नहीं, विभाग आम लोगों को बैंकों की उदासीनता से भी रु-ब-रु करायेगा. उद्योग विभाग को उम्मीद है कि इस अभियान से बैंक प्रबंधकों को ग्लानि होगी और वे ऋण मुहैया कराने के तत्पर होंगे. बिहार के पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, विजया बैंक और आइडीआइ जैसे प्रमुख बैंक तक इस मोरचे पर पाछे हैं. छोटे बैंकों ने तो प्रधान मंत्री रोजगीर सृजन कार्यक्रम के तहत नये उद्योग खोलने वालों को ऋण मुहैय्या कराने में सबसे आधिक कंजूसी की है. ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स को पीएमजीएसवाइ के तहत नवंबर, 2015 में ऋण मुहैया कराने को 36 आवेदन विभाग ने अग्रसारित किये थे, बैंक ने ऋण दिये महज चार उद्यमियों को ही ऋण! पीएमजीएसवाइ के तहत ऋण मुहैय्या कराने के मामले में अन्य छोटे बैंकों का भी अमूमन यही हाल है. उद्योग विभाग ने सभी बैंकों के नोडल पदाधिकारियों को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत नये उद्योगों को ऋण मुहैया कराने की जिम्मेवारी तय करने को भी पत्र लिखा है. उद्योग निदेशक ने बैंकों के नोडल पदाधिकारियों को लिखे पत्र में हर-हाल में लक्ष्य हासिल करने को कहा है.

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