राजेंद्र स्कूल में शोहदों का आतंक, परेशान हैं छात्राएं
राजेंद्र स्कूल में शोहदों का आतंक, परेशान हैं छात्राएं चहारदीवारी नहीं होने से आये दिन शरारती तत्व मचाते हैं उत्पात विद्यालय प्रशासन चहारदीवारी के लिए कर चुकी है कई बार मांग प्रथम राष्ट्रपति भी इस विद्यालय में ग्रहण कर चुके हैं शिक्षा फोटो न. 9संवाददाता, मीरगंज डॉ राजेंद्र प्रसाद प्लस-टू स्कूल की चहारदीवारी नहीं होने […]
राजेंद्र स्कूल में शोहदों का आतंक, परेशान हैं छात्राएं चहारदीवारी नहीं होने से आये दिन शरारती तत्व मचाते हैं उत्पात विद्यालय प्रशासन चहारदीवारी के लिए कर चुकी है कई बार मांग प्रथम राष्ट्रपति भी इस विद्यालय में ग्रहण कर चुके हैं शिक्षा फोटो न. 9संवाददाता, मीरगंज डॉ राजेंद्र प्रसाद प्लस-टू स्कूल की चहारदीवारी नहीं होने से शोहदों के आतंक से छात्राएं परेशान हैं. आये दिन शरारती तत्व स्कूल परिसर में उत्पात मचाते हैं, जिससे छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन पर भी बुरा असर पड़ने लगा है. विद्यालय प्रशासन ने वर्षों से चहारदीवारी कराने के लिए शिक्षा विभाग के पास सूचना दी है, लेकिन अब तक कदम नहीं उठाये गये. चहारदीवारी नहीं होने से छात्रों को खेल-कूद प्रतियोगिता समेत अन्य कार्यक्रमों में परेशानी होती है. विद्यालय के प्रधानाचार्य मो फसीउल्लाह अंसारी ने बताया कि चहारदीवारी नहीं होने से स्मैक पीनेवाले युवक कई बार साइकिल की चोरी कर चुके हैं. हर बार चहारदीवारी कराने की मांग स्कूल में पढ़नेवाले छात्र-छात्राएं उठाते हैं. इसको लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास सूचना भी दी गयी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से स्कूल की बाउंड्री जरूरी है. बता दें कि 1881 ई में स्थापित इस विद्यालय का इतिहास गौरवशाली है. इडेन स्कूल के नाम से विख्यात इस विद्यालय में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद भी शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं. अभी यहां गंभीरपुर, नया गांव, बरी राय भान, मछागर, बगही, सिंगहा, मनीछापर, सोहागपुर, रसूलपुर, मुड़ेरा, खानसामा टोला, रतनचक आदि गांवों के छात्र-छात्राएं पढ़ने आते हैं. बावजूद यह विद्यालय बाउंड्री विहीन है.