नलकूप नहीं चलने से किसान परेशान
नलकूप नहीं चलने से किसान परेशान तीन वर्ष बाद भी नहीं जुड़ा बिजली कनेक्शनसूखे की मार झेल रहे किसानों का दर्द और बढ़ाफोटो न. 4कटेया. कटेया नगर के गढ़ देवी स्थान पर लगा नलकूप मात्र दिखावे की वस्तु बन कर रह गया है. नलकूप के शुरू नहीं होने से हजारों किसान कुप्रभावित हैं. कृषि पर […]
नलकूप नहीं चलने से किसान परेशान तीन वर्ष बाद भी नहीं जुड़ा बिजली कनेक्शनसूखे की मार झेल रहे किसानों का दर्द और बढ़ाफोटो न. 4कटेया. कटेया नगर के गढ़ देवी स्थान पर लगा नलकूप मात्र दिखावे की वस्तु बन कर रह गया है. नलकूप के शुरू नहीं होने से हजारों किसान कुप्रभावित हैं. कृषि पर आधारित किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. तीन वर्ष पूर्व विभाग द्वारा कटेया, बेतवनियां, खुरहुरिया गांवों के किसानों की सैकड़ों एकड़ खेतों की सिंचाई के लिए इस नलकूप को लगाया गया था. लाखों खर्च से लगा नलकूप तीन वर्ष बाद भी बिजली कनेक्शन नहीं मिल पाने के कारण आज भी बंद पड़ा है, जबकि बिजली के खंभे लग गये हैं और मात्र 100 मीटर दूर से तार खींच कर कनेक्शन देना है. लेकिन, विभागीय उदासीनता के कारण ऐसा नहीं हो सका. नलकू प चालू होने से किसानों को मिलता लाभ- कटेया, बेनवनियां एवं खुरहुरिया गांव के किसानों को मिलता लाभ- पैदावार के साथ खर्च की होती बचत – नकदी फसल का उत्पादन होता संभव- किसानों को ऋण से मिलती मुक्ति – सूखे के मार से मिलती निजात कहते है किसानफोटो न. 5 सरकार अगर थोड़ी-सी सजग होती, तो किसानों की यह दशा नहीं होती. जितनी राशि सरकार डीजल अनुदान के रूप में दे रही है, अगर उससे कम राशि वह खर्च कर नलकूपों को चालू कर देती, तो शायद किसानों की दशा ही कुछ और होती. – शम्भु गुप्ताफोटो न. 6किसान विभाग की उदासीनता से ऋणों में दबते जा रहे हैं. हमारी हालत दिन-प्रतिदिन ऐसी होती जा रही है कि किसानी अब घाटे का सौदा लगने लगी है.- बैद्यनाथ रायफोटो न. 7अगर यह नलकूप चल रहा होता, तो हमारी पिछली दोनों फसलें बरबाद नहीं होतीं और न ही हम साहुकारों के चंगुल में फंसते.जनार्दन चौधरीफोटो न. 8 सरकारी मशीनरी इस तरह फेल है कि तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी 100 मीटर तार नहीं खींचा जा सका. इससे इस क्षेत्र के किसान परेशान हैं. फरियाद हुसैन